Lalu Tweet

राष्ट्रीय जनता दल की ओर से पटना के गांधी मैदान में आयोजित रैली की एक फोटो पर सवाल उठ रहे हैं। खुद RJD प्रमुख लालू यादव ने इस फोटो को अपने ट्विटर एकाउंट पर पोस्ट किया है। मगर कई यूजर्स ने इस फोटो पर सवाल उठा रहे हैं और इसे फर्जी बता रहे हैं। लोगों को कहना है कि इसे फोटोशॉप से तैयार किया गया है।

ट्विटर यूजर @NareshJha3138 ने लिखा है कि- यहां भी घोटाला कर दिया फोटोशॉप से।

ट्विटर यूजर @roopal01 ने लिखा है कि- यह फोटोशॉप से बनाई गई तस्वीर लग रही है। क्या मैं अकेला हूं जो ऐसा सोच रहा हूं।

ट्विटर यूजर @Himanshu2201 ने लिखा है कि- अरे बकलोल। फोटोशॉप करना तो ठीक से सीख लो…. ये ट्विटर है पार्टी ऑफिस नहीं..

ट्विटर यूजर @PakauTweet ने लिखा है कि- कम से कम फोटोशॉप तो बढ़िया से करवा लेते।

ट्विटर यूजर @dd85518 ने सवाल उठाते हुए लिखा है कि- बीच के पेड़ किधर गायब कर दिए?

इतना ही नहीं, @Atheist_Krishna नामक एक ट्विटर यूजर ने लालू द्वारा ट्वीट की गई इस तस्वीर की चुटकी लेते हुए ट्वीट किया कि अब लालू की फोटोशॉप टीम द्वारा बनाए गए डिप्रेशन को भरने के लिए रैली में भीड़ आसमान से टपक रही है। इस यूजर ने फोटोशॉप के जरिए बनाई गई फोटो को भी शेयर किया है।

रैली की मुख्य बातें-
लालू प्रसाद यादव की ‘देश बचाओ, बीजेपी भगाओ’ रैली में विपक्ष की एकता देखने को मिल रही है। लालू यादव और उनके परिवार के साथ ही JDU के बागी नेता शरद यादव, उत्तरप्रदेश के पूर्व सीएम अखिलेश यादव, पंश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद, सीपीआई नेता डी राजा, कांग्रेस के हनुमंत राव, डीएमके के एलांगोवन, एनसीपी के तारिक अनवर मंच पर मौजूद थे। मंच पर लालू ने शरद यादव को गले लगाया। अखिलेश के साथ धर्मेंद्र यादव भी मौजूद रहे हैं। भले ही ममता बनर्जी देर से रैली में पहुंची मगर पहुंच गई।

रैली में लाखों की संख्या में लोग पहुंचे। मैदान के अंदर और बाहर समर्थकों का जमावड़ा लगा हुआ है। उप्र के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि मैं लालूजी को बधाई देना चाहता हूं, जिनके कारण इतना जनसैलाब यहां इकठ्ठा हुआ है। बीजेपी डिजिटल पार्टी है, यदि वो गूगल से देख रहे होंगे तो जानते होंगे कि हालात क्या है। हम देश बचाना चाहते हैं क्योंकि देश को इन्होंने पीछे कर दिया है। अब तो 3 साल गुजर गए हैं। अच्छे दिन वाले न्यू इंडिया की बात करने लगे हैं। अब तो हमें अंतर बता दो। हम पूछना चाहते हैं कि इससे किसानों को क्या हासिल हुआ है। हम से ज्यादा कौन है, जो भगवान को मानता है। हमें जहां कहोगे मान लेंगे भगवान कहां है। आज किसान, मजदूर, युवा काफी परेशान हैं।

अखिलेश ने आगे कहा कि हम जानना चाहते हैं कि जीएसटी और नोटबंदी से कितना भ्रष्टाचार रुका है और कितने युवाओं को रोजगार हासिल हुआ है। जीएसटी और नोटबंदी से कितने लोग बेरोजगार हुए हैं, इस बारे में भाजपा को बताना चाहिए। बाढ़ पर अखिलेश ने कहा कि बाढ़ आई नहीं है बल्कि लाई गई है। भाजपा पर तंज कसते हुए अखिलेश ने आगे कहा कि यदि बिहार की धरती भाजपा का रथ रोक सकती है, तो ये धरती भाजपा को भी रोक सकती है।