चोटी काटने वाले 'भूत

राजस्थान, उप्र और हरियाणा के बाद अब मध्यप्रदेश में भी अदृश्य ताकत द्वारा चोटी कटने की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। मंगलवार को चोटी कटने की घटना के बाद बुधवार को श्योपुर और मुरैना में चोटी कटने की घटनाएं सामने आई हैं। यहां के गांवों में दहशत का माहौल है और लोग खौफ के साए में जीने को मजबूर हैं। पुलिस और लोगों को भी अब तक कोई सुराग नहीं मिला है।

श्योपर में चोटी कटने की तीसरी घटना-
वीरपुर तहसील में चुटिया कटने की दो दिन के भीतर दो वारदात घटित होने के बाद अब तीसरी वारदात कराहल के मोरावन गांव में घटित हुई है। यहां पर मंगलवार की रात को अपने मां-बाप के साथ बाहर खटिया पर बैठी एक किशोरी की चुटिया अदृश्य शक्ति द्वारा काट दी गई, जिससे युवती के परिजनों सहित पूरा गांव और क्षेत्र दहशत में बना हुआ है। वहीं सैसईपुरा थाना पुलिस खबर बाद मामले की तफ्तीश में जुट गई है।

हालांकि पुलिस को पूरा मामला संदिग्ध लग रहा है। मगर फिर भी पुलिस जिले में घटित इन तीनों मामलों को चुनौती के तौर पर लेते हुए इनका जल्द खुलासा करने का दावा कर रही है। मामले के मुताबिक शिवचरण जाटव अपने परिवार के साथ मोरावन गांव में निवास करता है। मंगलवार को वह अपनी पत्नी के साथ श्योपुर से बाजार करके वापस गया। वापसी में वह अपनी बेटी मालती 17 वर्षीय को खाने के लिए गुजिया आदि सामान लेकर गए। जब करीब रात के नो बजे घर के सभी सदस्य बाहर आंगन में बैठे हुए थे और मालती अपनी मां के साथ खटिया पर बैठकर गुजिया खा रही थी, तभी वह अचानक ही यह कहते हुए चीखने लगी कि उसकी चुटिया को काटा जा रहा है।

पास बैठी मां और सामने बैठा पिता जब तक कुछ समझकर बेटी मालती को संभाल पाते तब तक वह बेहोश हो गई। जिसके बाद घर में चीख पुकार मच गई, कुछ ही देर मे पूरा गांव वहां पर इक्ट्ठा हो गया। पास ही मौजूद माता के मंदिर पर किशोरी मालती को ले जाया गया, जहां जाने के बाद उसे होश आया। तो उसने बताया कि उसे दो लोग दिखाई दिए। जिनके हाथ पैरों के नाखून और बाल बढे हुए थे। बकौल मालती वह उसके पास आए, उनमें से एक ने उसके सिर पर हाथ रखा और दूसरे ने उसके बाल को चाकू से काटा। जिसके बाद वह बेहोश हो गई। मालती के पैरों पर भी चोट के निशान उभर आए थे।

मां को नहीं दिखे चोटी काटने वाले, डर के साए में गुजरी रात-
मामले की खासबात यह है कि मालती के द्वारा बताई गई बात के मुताबिक उसकी चोटी दो लोगों के द्वारा काटी गई। लेकिन मालती तब अपने पिता और मां के साथ बैठी थी। लेकिन इस तरह के लोग मालती के मां बाप को नहीं दिखे। इस घटना के बाद पूरे मोरावन गांव सहित आसपास के गांवों मे दहशत का माहौल बना हुआ है। घटना वाली रात भी गांव के अधिकांश लोगों ने मंदिर में रुककर काटी।

नहीं कटी पूरी चोटी-
वीरपुर की और मोरावन की घटनाओं में एक अंतर भी बताया जा रहा है। बताया जा रहा है कि जहां वीरपुर की दोनों घटनाओं में महिलाओं की पूरी-पूरी चोटी कटी, वहीं मोरावन की घटना में किशोरी की नीचे से करीब आठ अंगुल की चोटी ही काटी गई है।

सैसईपुरा के थानाप्रभारी रतीराम गुर्जर ने कहा- “रात को वारदात की जानकारी मिलते ही मैं गांव में पहुंच गया था। लड़की मंदिर में थी और पूरे होष में थी, उसने जो बताया वह अविश्वसनीय था और संदिग्ध भी क्योंकि कोई होता तो उसकी मां और बाप को भी दिखता, हम पूरे मामले का पता करने का प्रयास कर रहे हैं।”

मुरैना में भी कटी चोटी-
मुरैना में भी चोटी कटने की घटना सामने आई है। मुरैना के झुंडपुरा के धोबी गांव में एक महिला की चोटी कट गई है। चोटी कटने से पूरे इलाके में दहशत है और खासतौर से महिलाओं के चेहरों पर खौफ दिखाई दे रहा है।