नई दिल्ली : भारत में धूम मचा कर रख देने वाली कंपनी JIO ने सख्त रुख अपनाते हुए अपने ऊपर लगाए जा रहे सभी आरोपों को बेबुनियादी करार कर दिया है। JIO कंपनी के मालिक मुकेश अंबानी के नेतृत्व में कंपनी ने मीडिया में बयान दिया है कि ऐसा कहना बिलकुल गलत है कि मोबाइल इंटरकनेक्शन चार्ज IUC में कटौती के ट्राई के फैसले से केवल उसे ही फायदा होगा। कंपनी ने बताया कि उसकी कंपनी द्वारा उपलब्ध वॉयस कॉल की लागत घटकर एक पैसे का कुछ भाग भर रह गया है और इसका फायदा सिर्फ ग्राहकों को होना चाहिए।JIO ने इस पूरे प्रकरण में TRAI का बचाव करते हुए कहा कि IUC तय करने के लिए जो मानक तय किये जाते हैं वो पूरी तरह से सही नहीं हैं। अगर इन पद्धति के अनुरूप हमने काम किया तो ग्राहकों को फायदा ना के बराबर होगा। कंपनी का कहना है कि अन्य दूरसंचार कंपनियां इस मामले में उन पर आधारहीन आरोप लगा रही हैं। गौर करने वाली बात ये है कि TRAI ने कल से IUC दर को 14 पैसे से घटाकर छह पैसे प्रति मिनट कर दिया है।TRAI ने ये भी आश्वासन दिया है कि 1 जनवरी 2020 से इस शुल्क को पूरी तरह समाप्त कर दिया जायेगा। दूसरी तरफ नियामक के इस फैसले से टेलिकॉम कम्पनियाँ ख़ासा नाराज हो गयी हैं। एयरटेल और वोडाफोन ने नियामक के फैसले की आलोचना करते हुए कहा है कि इसका फायदा केवल एक कंपनी को होगा जबकि दूरसंचार उद्योग की वित्तिय हालत और बिगड़ेगी।JIO के प्रवक्ता ने मीडिया को दिए अपने बयान में बताया कि IUC के नए नियमों से किसी भी तरह के लाभ होने की ज़रा सी भी आशंका हमे नहीं है क्योंकि हमारी कंपनी ने पहले ही अपने सारे ऑफर्स और उसके फायदे अपने उपभोक्ताओं तक पहले ही पहुंचा दिए हैं।