देशद्रोह

जदयू तकनीकी प्रकोष्ठ के दरभंगा जिला अध्यक्ष इक़बाल अंसारी ने प्रेस-विज्ञप्ति जारी कर कहा कि दिनांक 13 अगस्त 2017 को पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने एक विवादित ट्वीट कर राष्ट्रीय गीत का अपमान किया गया है। एक अन्य व्यक्ति उमाशंकर सिंह के ट्वीट “बन्दे मारते है हम” के लिंक को अपने ट्विटर एकाउंट में मेंशन करते हुए तेजस्वी यादव ने उमाशंकर सिंह के ट्वीट का न सिर्फ समर्थन किया बल्कि ट्वीट कर कहा कि “सही कहा इनका “वंदे मातरम्” वंदे मातरम् है हम।”

इस प्रकार के ट्वीट से राष्ट्रप्रेमियों को गहरा दुःख पहुंचा एवं ट्विटर पर लोगो ने तीखी प्रतिक्रिया भी व्यक्त की। एक पूर्व उपमुख्यमंत्री के ऐसे राष्ट्रविरोधी ट्वीट से यह बात साबित हो जाती है कि इनको अपना राजनीतिक स्वार्थ साधने के लिए न तो राष्ट्र के सम्मान की चिंता है और न ही राष्ट्र की छवि की चिंता है।

इक़बाल अंसारी ने अपनी याचिका में कहा है कि इस ट्वीट की इतनी आलोचना होने के बाद भी तेजस्वी ने अपने ट्वीट पर माफी नही मांगी। तब अंत में न्यायालय का सहारा लेना पड़ा। परिवाद पत्र मे तेजस्वी यादव व उमाशंकर सिंह को अभियुक्त बनाया गया है।

इन दोनों पर भारतीयों व भारतीयता का मज़ाक उड़ाने का भी आरोप है। इन दोनों के खिलाफ राष्ट्रद्रोह की धारा 124 (A), 120 (B) भा. दण्ड विधान, 501 (B) भारतीय दण्ड विधान, प्रिवेंशन ऑफ इंसल्ट टू नेशनल ऑनर एक्ट 69 (1971) के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है।