आम आदमी पार्टी में दूसरी पार्टियों से आये लोगो द्वारा मीडिया , सोशल मीडिया   एवं अन्य श्रोतो के माध्यम से ये झूट प्रसारित हो ही रहा है, जब की अभी तक किसी का टिकट फाइनल नहीं हुआ है, कौन लड़ेगा, कहाँ से लड़ेगा ये प्रक्रिया बहुत जटिल होती है, आम आदमी पार्टी में, अगर कोई भी ये लिखता है, कहता  है, नारे लगवाता है तो वो आदमी पार्टी और अरविंद जी दोनो के खिलाफ है।

जनता को समझना होगा, जो अभी अपने लालच के चलते, अपने को जबरदस्ती प्रत्याशित घोषित कर रहा है ये अलग अलग माध्यमों से करवा रहा है, वो अभी से अपनी विधानसभा की जनता से झूठ बोल रहा है, उसका विश्वास जनता अपने रिस्क पर करे,

आम आदनी पार्टी इसकी कोई जिम्मेदारी नहीं लेती है। समाचार पत्र के संवंदाता, संपदक् सावधान r रहे हैं और अपने माधयम से जनता को गुमराह न करे, चाहे कोई कुछ भी बोले, जिम्मेदार समाचार पत्रों से अनुरोध है की पहले पुख्ता जानकारी प्राप्त कर लें फिर छापें।

जनता को गुमराह करना नहीं चाहिए 

चुनाव प्रत्याशी हो सकने, घोषणा होने और असल में प्रत्याशी होने में थोड़ा सा अंतर होता है। राजनीति में घबराहट, और जल्दबाजी किस बात की।

सभी साथी जो लोग अभी आप पार्टी में नए नए आये हैं, और जो भी कार्यकर्ता विधानसभा चुनाव लड़ने को ईछूक हैं, उन्हीं थोड़ा संयम रखना होगा, जब तक पार्टी कार्यकर्ता और जनता से पूछ कर, सर्व सम्मति से हर सीट पर अपना अधिकारिक प्रत्याशी घोषित नहीं करती है!