चुनावी साल में उत्तराखंड भाजपा को बड़ा झटका देते हुए धामी सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे यशपाल आर्य ने अपने बेटे संजीव आर्य के साथ कांग्रेस का दामन थाम लिया है।

यशपाल आर्य और उनके विधायक बेटे के पार्टी छोड़ने पर उत्तराखंड से सांसद व भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अनिल बलूनी ने कहा कि जाने वाले को कोई रोकता नहीं और आने वाले को कोई रोक नहीं पाएगा।

बलूनी ने कहा कि हम बही-खाता बराबर रखते हैं और किसी का उधार नहीं रखते। भाजपा में अब तक तीन विधायकों की एंट्री हुई है और तीनों विधायक बलूनी के प्रभाव में भी माने जाते हैं। संगठन से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, इसी अभियान के तहत भाजपा कुछ बड़े नेताओं की ज्वाइनिंग कराकर कांग्रेस को झटका देने की तैयारी कर रही थी। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक भी नई दिल्ली पहुंच गए थे, लेकिन कांग्रेस ने ही झटका दे दिया।