उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के द्रोपदी पर्वत में हुए हिमस्खलन में मरे हुए पर्वतारोही के शवों को आज मातली लाया गया। पहले बेस केम्प में लाए गए 10 शवों में से आज सुबह 7 शव वायु सेना के हेलीकॉप्टर के माध्यम से मातली लाए गए। शेष तीन शवो को लाने की कार्यवाही गतिमान है।

शनिवार को घटना स्थल से जिन लोगों के शव लाये गए उनमे शुभम सांगरी नैनीताल,दीपशिखा हजारिका आसाम, सिद्धार्थ खंडूरी देहरादून, टिल्लू ज्यारा शिलांग (मेघालय), राहुल पंवार उत्तरकाशी,नीतीश हरियाणा, रवि कुमार निर्मल यूपी की शिनाख्त हुई है।

यह शव पहुंचे मातली, उत्तरकाशी
1- श्री शुभम सांगिरी पुत्र श्री दिवान सिंह, निवासी- नियर लाल कोठी ताला कृष्णापुर, नैनीताल।
2- Ms – दीपशिखा हजारिका पुत्री श्री गोलाप हजारीका निवासी- रूपनगर गोहाटी, असम।
3- श्री सिर्द्धात खड्‌डूरी पुत्र श्री हर्षवर्धन, निवासी- 7/40 नेसवला रोड, देहरादून।
4- श्री टिकलू जायरा पुत्र श्री वालमबुक, निवास- उप्पेर लुम्परिंग बुद्धिस्ट टेम्पल शिलांग, मेघालय।
5- श्री राहुल पवांर पुत्र शुखीर सिंह पंवार निवासी- Nim, उतरकाशी।
6- श्री नितिश पुत्र श्री राजवीर सिंह, निवासी-vpo माटिन्डू सोनीपत, हरियाणा।
7- श्री रवि कुमार निर्मल पुत्र श्री धीरेन्द्र निर्मल, निवासी- कमांडिंग ओफिस 17 UP BN NCC प्रयागराज, उत्तरप्रदेश।

पर्वतारोहियों के शव देखते ही बिलख उठे 
एवलांच हादसे के मृतकों के शव शुक्रवार को जिला अस्पताल में पहुंचने पर जहां हर किसी की आंखें नम थीं, वहीं परिजन अपनों को इस हालत में देखकर बिलख उठे। जिला अस्पताल में एवरेस्ट विजेता सविता कंसवाल और प्रशिक्षक नवमी रावत के परिजनों समेत गांव के लोग इन दोनों बेटियों के अंतिम दर्शन को पहुंचे थे। एंबुलेंस से जैसे ही शव को पोस्टमार्टम कक्ष के लिए बाहर निकाला गया, परिजन और ग्रामीण फूट फूट कर रोने लगे।

वहीं अल्मोड़ा निवासी अजय बिष्ट और शिमला निवासी शिवम कैंथोला के परिजन भी मौके पर थे। उनके परिजनों को ढांढस बंधाने के लिए यहां स्थानीय विधायक सुरेश चौहान और पूर्व विधायक विजयपाल सिंह सजवाण कई जनप्रतिनिधि पहुंचे थे। परिजनों और ग्रामीणों के अलावा पर्वतारोहियों के जानने वालों की अस्पताल में भीड़ लगी रही। शवों के अस्पताल पहुंचने से पहले ही लोगों की भीड़ जुट गई थी।

हर्षिल से चार शव उत्तरकाशी पहुंचाए
द्रौपदी डांडा टू में हुए एवलांच हादसे में 26 शव बरामद होने के बाद चार शव शुक्रवार को डोकरानी बेस कैंप से हर्षिल हेलीपैड पहुंचाए गए। हर्षिल से एंबुलेंस द्वारा चार पर्वतारोहियों के शव जिला अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए पहुंचे। शुक्रवार को द्रौपदी डांडा में रेस्क्यू कार्य के बीच हेलीकॉप्टर से चार शव हर्षिल हेलीपैड पहुंचे। दोपहर को करीब एक बजे जिला अस्पताल में दो एंबुलेंस शव पोस्टमार्टम के लिए पहुंचाए गए।

पोस्टमार्टम में डॉक्टरों ने मृतकों के पर शरीर पर किसी प्रकार के चोट निशान नहीं पाए। ये औपचारिकता पूरी करने के बाद मृत पर्वतारोहियों को पुलिस जवानों ने गार्ड ऑनर दिया। मौके पर पहुंचे परिजनों को शव उनके सुपुर्द किए गए। बाकी 22 शव अभी भी डोकरानी बामक एडवांस बेस कैंप में रखे गए हैं। मौसम की खराबी के कारण शेष शवों को हर्षिल हेलीपैड नहीं पहुंचाया जा सका है।