हरिद्वार, 30 जून 2021

हरिद्वार कुंभ में कोरोना फर्जी जांच के नाम पर हुए घोटाले के मामले में मंगलवार को एसआईटी की टीम ने बिचौलिए और लैब के संचालक का आमना-सामना कराया। करीब 5 घंटे तक इनसे पूछताछ चलती रही। देर रात तक एसआईटी बैठक कर आगे की रणनीति तैयार कर रही थी। कुंभ में कोरोना टेस्टिंग फर्जीवाड़े की जांच कर रही एसआईटी ने मंगलवार को नालवा लैब और उसका मैक्स कॉरपोरेट सर्विसेज के बीच अनुबंध कराने वाले बिचौलिये का आमना-सामना कराया। बुधवार को मैक्स कॉरपोरेट सर्विसेज के पार्टनरों को भी आमने-सामने बैठाकर पूछताछ करने की तैयारी है। वहीं, नैनीताल में हाइकोर्ट ने कुंभ मेले में कोरोना टेस्टिंग के फर्जीवाड़े में आरोपी मैक्स कॉरपोरेट सर्विसेज के पार्टनर शरत चंद पंत की गिरफ्तारी पर रोक लगा दी है। रोक के साथ ही जांच अधिकारी के सामने एक जुलाई को पेश होकर जांच में सहयोग करने के निर्देश दिए हैं। सुनवाई न्यायमूर्ति एनएस धनिक की एकलपीठ में हुई।

शरत चंद पंत ने हाईकोर्ट में याचिका दायर कर अपनी गिरफ्तारी पर रोक लगाने और उनके खिलाफ दर्ज एफआईआर को निरस्त करने की मांग की है। कहा कि वह मैक्स कॉरपोरेट सर्विसेस में एक सर्विस प्रोवाइडर है। परीक्षण और डेटा प्रविष्टि के दौरान मैक्स कॉरपोरेट का कोई कर्मचारी मौजूद नहीं था। इसके अलावा परीक्षण और डेटा प्रविष्टि का सारा काम स्थानीय स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की प्रत्यक्ष निगरानी में किया गया था। अधिकारियों ने परीक्षण स्टॉलों में हुए कार्य को अपनी मंजूरी दी थी। याची ने कहा कि अगर कोई गलत काम कर रहा था, तो कुंभ मेले की पूरी अवधि के दौरान अधिकारी चुप क्यों रहे?