तालिबान के साथ दोस्ती का हाथ बढ़ा रहे रूस ने इशारों-इशारों में चेतावनी भी दे डाली है। रूस ने कहा है कि अगर अफगानिस्तान से तजाकिस्तान में घुसपैठ हुई तो वह हर कीमत पर रक्षा करेगा। दो दिन पहले ही रूस ने अफगानिस्तान पर अंतरराष्ट्रीय बातचीत के लिए तालिबान को आमंत्रित किया था। इस बातचीत में रूस के अलावा चीन, भारत, ईरान और पाकिस्तान भी शामिल होंगे।

तजाकिस्तान में घुसपैठ की फिराक में आतंकी
कुछ दिन पहले ऐसी रिपोर्ट आई थी कि ताजिक आतंकी समूह तजाकिस्तान में घुसपैठ करने की फिराक में हैं। इसी पर रूस के एक वरिष्ठ राजनयिक ने कहा कि हम तजाकिस्तान की रक्षा करने के लिए तैयार हैं। ताजिक अफगानिस्तान में दूसरा सबसे बड़ा जातीय समूह है। इस समूह की आबादी तजाकिस्तान की सीमा के नजदीक काफी ज्यादा है।

तालिबान ने ताजिक आतंकी संगठन से किया गठबंधन
रूसी मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, पश्तून बहुल तालिबान ने एक विशेष ताजिक आतंकवादी समूह के साथ गठबंधन किया है। यह ताजिज आतंकी समूह इस समय तजाकिस्तान में घुसपैठ की योजना बना सकता है। ताजिक राष्ट्रपति इमोमाली रखमोन ने पहले तालिबान पर पंजशीर प्रांत की घेराबंदी के दौरान मानवाधिकारों के उल्लंघन का आरोप लगाया है। उन्होंने तालिबान शासन को मान्यता देने से भी इनकार किया है।

रूस बोला- तजाकिस्तान को हर सहायता देंगे
इंटरफैक्स समाचार एजेंसी ने उप विदेश मंत्री आंद्रेई रुडेंको के हवाले से कहा कि अगर जरूरी हो तो तजाकिस्तान को (मास्को के नेतृत्व वाले) सामूहिक सुरक्षा संधि संगठन ढांचे के भीतर और द्विपक्षीय रूप से सभी आवश्यक सहायता प्रदान की जाएगी। रुडेंको ने कहा कि वास्तव में ऐसी खबरें हैं कि तालिबान (उत्तरी अफगानिस्तान में) स्थिति को नियंत्रित नहीं कर सकता है।

तजाकिस्तान में रूस का बड़ा सैन्य अड्डा
विदेशी जमीन पर सबसे बड़ा सैन्य अड्डा है। इंटरफैक्स समाचार एजेंसी के अनुसार, रूस ने अपने सैन्य अड्डे को मजबूत करने के लिए 17 इन्फ्रेंट्री फाइटिंग व्हीकल को तजाकिस्तान में तैनात किया है। बीएमपी -2 इन्फ्रेंट्री फाइटिंग व्हीकल की पहली बैच को अगस्त में रूसी वायु सेना के ट्रांसपोर्ट विमान की मदद से दुशाम्बे पहुंचाया गया था। अफगान-ताजिक सीमा के पास रूसी टैंक पहले से ही तैनात हैं।

युद्धाभ्यास कर रहा तजाकिस्तान
अफगानिस्‍तान में तालिबान राज की बढ़ती आहट के बीच तजाकिस्‍तान ने सबसे बड़ा युद्धाभ्यास किया है। इतना ही नहीं ताजिकिस्‍तान ने अफगान सीमा पर 20 हजार अतिरिक्‍त सैनिकों की तैनाती भी की है। तजाकिस्‍तान के राष्‍ट्रपति इमोमाली राखमोन ने कहा कि हमारे पड़ोसी देश अफगानिस्‍तान में खासतौर पर उत्‍तरी इलाके में हमारी सीमा के पास स्थिति बहुत जटिल और अस्थिर हो गया है। यह दिन-प्रतिदिन तथा प्रत्‍येक घंटे और ज्‍यादा जटिल होता जा रहा है। उन्‍होंने सशस्‍त्र बलों का आह्वान किया कि वे किसी संभावित खतरे का सामना करने के लिए खुद को तैयार रखें ताकि देश की सीमा की सुरक्षा की जा सके।