CM Yogi

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देश के उपराष्ट्रपति के चुनाव के बाद अपने सांसद पद से इस्तीफ़ा दे दिया था, जिसके बाद नियमानुसार मुख्यमंत्री बने रहने के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ को यूपी विधानसभा या यूपी विधान परिषद् में से किसी एक का सदस्य होना अनिवार्य हो गया था। उत्तर प्रदेश में पांच MLC पद के लिए आज नामांकन पत्र भरे जाएंगे। जिसके लिए बीजेपी के पांचों उम्मीदवार नामांकन के लिए पहुंचे।

मंगलवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यूपी विधान परिषद् उपचुनाव के तहत अपना नामांकन भर दिया है। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ दोनों उप-मुख्यमंत्री डॉ० दिनेश शर्मा और केशव प्रसाद मौर्य, योगी सरकार के परिवहन मंत्री स्वतंत्र देव सिंह और अल्पसंख्यक मंत्री मोहसिन रजा ने भी अपना नामांकन दाखिल किया। विपक्षी पार्टी की तरफ से किसी भी उम्मीदवार के उतरने की संभावना नहीं है। बीजेपी के सभी उम्मीदवारों का निर्विरोध MLC बनना तय है।

गौरतलब है कि, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कुल 5 बार लगातार गोरखपुर से सांसद चुने जा चुके हैं। साथ ही 19 सितम्बर से पहले मुख्यमंत्री योगी को विधानसभा या विधानपरिषद का सदस्य बनना अनिवार्य है। पिछले दिनों सूबे के पांच MLC ने अपने पदों से इस्तीफा देकर बीजेपी का दामन थामा है। इनमें चार एसपी और एक बीएसपी MLC थे।

2012 में अखिलेश यादव कन्नौज से सांसद के पद का इस्तीफ़ा देकर MLC चुने गए थे। वहीँ 2007 में बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी कुछ ऐसा ही किया था। योगी आदित्यनाथ 5 बार से लगातार गोरखपुर के सांसद रहे हैं। पिछले लोकसभा चुनाव में मुख्यमंत्री योगी ने सपा प्रत्याशी को 3 लाख 12 हजार 783 वोटों से हराया था।