तुलसी

दूसरे पौधों की तुलना में घर में तुलसी के पौधे को ज्यादा महत्ता दी जाती है। प्राचीन काल से ही यह परंपरा चली आ रही है। इसलिए शास्त्रों में तुलसी को पूजनीय, पवित्र और देवी स्वरूप माना जाता है। लोग घरों में तुलसी के पौधे की पूजा करते हैं। इसलिए जब परिवार में कोई मुसीबत आने वाली होती है तो उसका सीधा असर तुलसी के पौधे पर ही पड़ता है। ऐसे में पत्ते काले पड़ जाते हैं और झड़ने लगते हैं।

पत्तों का काला पड़ना
पुरानी मान्यता के अनुसार यदि घर में कोई मुसीबत आने वाली हो तो इसका असर सबसे पहले घर में लगे तुलसी के पौधे पर होता है। इसके अलावा जिन घरों में अधिक कलेश और अशांति होती है वहां भी तुलसी का पौधा हरा-भरा नहीं रहता। इस पौधे के खराब होने से घर की खुशियां चली जाती है और धन की कमी हो जाती है। इसके अलावा मौसम के अनुसार भी तुलसी का पौधा खराब हो जाता है। इसके पत्ते झड़ने लगते हैं। ज्यादातर सर्दी के मौसम में कई लोगों के घर पर पौधा सूख जाता है।

दुबारा पत्ते आना
जब इस सूखे पौधे पर दोबारा हरे पत्ते आने लगे तो इसका मतलब घर में खुशियां आने वाली हैं। तुलसी का पौधी जिस तरह घर-परिवार पर आने वाली मुसीबत के बारे में संकेत देता है। उसी तरह इसके पत्तों का सेवन करने से कई बीमारियों से भी बचा जा सकता है। खांसी-जुकाम होने पर तुलसी के पत्तों की चाय बनाकर पीने से काफी फायदा होता है। इसके अलावा रोजाना कुछ पत्तों को चबाने से मुंह की दुर्गंध भी दूर होती है।