श्री वैभव लक्ष्मी मंत्र

जब भी कभी धन संबंधी परेशानियां जीवन में दस्तक देती हैं, तो बड़े-बुजुर्ग मां लक्ष्मी की आराधना करने की सलाह देते हैं। मां लक्ष्मी धन की देवी हैं, वे अपने भक्तों की पुकार सुनकर उन्हें आर्थिक सहारा देती हैं।

किंतु केवल धन ही नहीं, उन्हें सौभाग्य, वैभव तथा ऐश्वर्य की देवी भी माना गया है। देवी के विभिन्न मंत्रों के जाप से इंसान उपरोक्त सभी लाभ प्राप्त कर सकता है, बस उसमें इसे पाने की इच्छाशक्ति एवं मां के प्रति पूर्ण श्रद्धाभाव होना चाहिए।

आज यहां हम आपको मां लक्ष्मी के दो वैभव लक्ष्मी मंत्र प्रदान करने जा रहे हैं। इन मंत्रों के नियमित जाप से घर में सुख, समृद्धि, शांति, सौभाग्य, वैभव, पराक्रम और सफलता का स्थायी वास होता है।

इसके साथ ही जो भी इन मंत्रों का रोजाना जाप करता है, उसके घर में बरकत बनी रहती है। रिश्तों में मधुरता बनी रहती है और वह व्यक्ति घर एवं समाज दोनों में सम्मान प्राप्त करता है।

श्री वैभव लक्ष्मी मंत्र – 1

या रक्ताम्बुजवासिनी विलासिनी चण्डांशु तेजस्विनी।

या रक्ता रुधिराम्बरा हरिसखी या श्री मनोल्हादिनी॥

या रत्नाकरमन्थनात्प्रगटिता विष्णोस्वया गेहिनी।

सा मां पातु मनोरमा भगवती लक्ष्मीश्च पद्मावती ॥

श्री वैभव लक्ष्मी मंत्र – 2

यत्राभ्याग वदानमान चरणं प्रक्षालनं भोजनं

सत्सेवां पितृ देवा अर्चनम् विधि सत्यं गवां पालनम

धान्यांनामपि सग्रहो न कलहश्चिता तृरूपा प्रिया:

दृष्टां प्रहा हरि वसामि कमला तस्मिन ग्रहे निष्फला:

नोट : उपरोक्त मंत्रों का दिन में कम से कम एक बार जाप जरूर करना चाहिए। यदि आप जल्दी ही मां लक्ष्मी की कृपा पाना चाहते हैं, तो शुक्रवार को उपयुक्त दान-पुण्य भी कर सकते हैं। इससे देवी अत्यंत प्रसन्न होती हैं।