प्रसून जोशी

पहलाज निहलानी को सेंसर बोर्ड के प्रमुख के पद से हटा दिया गया है। निहलानी की जगह प्रसून जोशी को नया चेयरमैन बनाया जा रहा है। बता दें कि प्रसून जोशी बॉलीवुड जगत के बड़े गीतकारों में से एक हैं। 2015 में केंद्र सरकार ने उन्हें पद्म श्री पुरस्कार से नवाजा था। उन्हें साहित्य और एडवर्टाइजिंग के क्षेत्र में यह पुरस्कार दिया गया था। इसके अलावा उन्होंने कई बार बेस्ट लिरीसिस्ट के फिल्मफेयर और नेशनल अवॉर्ड्स भी जीते हैं। साथ ही एक्ट्रेस विद्या बालन को सेंसर बोर्ड का सदस्य बनाया गया है।

विवादों में रहे निहलानी
पहलाज निहलानी ने जबसे पद संभाला है तब से वह विवादों में ही रहे हैं। कई बार फिल्मों से जुड़ी हस्तियों ने निहलानी के कामकाज करने के तरीकों पर आपत्ति जताई थी। फिल्मों को सर्टिफिकेट देने और उनमें कट्स के सुझाव के कारण वे अक्सर चर्चाओं में रहे हैं। साथ ही कई बार पहलाज को आपत्तिजनक सीन्स वाली फिल्मों को यूए सर्टिफिकेट देने के लिए भी विवादों में रहना पड़ा है।

19 जनवरी 2015 में उन्हें सेंसर बोर्ड का अध्यक्ष बनाया गया था। मार्च 2015 में चीफ बनते ही उन्होंने 70 से ज्यादा कट्स के बावजूद फिल्म 50 शेड्स ऑफ ग्रे को हरी झंडी नहीं दी।

अगस्त 2015 में उन्होंने डॉक्यूमेंट्री “द बैटल ऑफ बनारस” को मंजूरी देने से इंकार कर दिया था। वहीं हाल ही में निहलानी फिल्म “लिप्स्टिक अंडर माई बुर्का” में किए गए कट्स को लेकर विवादों में रहे थे।

IIFA में उड़ा था मजाक
सीबीएफसी चीफ पहलाज निहलानी का हाल में ही IIFA के कार्यक्रम में मजाक उड़ा था। उन्होंने इसके बाद आयोजकों को कानूनी नोटिस भेजा था। निहलानी ने आरोप लगाया था कि एक्ट के दौरान रितेश देशमुख और मनीष पॉल ने उन्हें वॉचमैन कहा है और साथ ही उनकी तस्वीरों का गलत किया है।