नई दिल्ली, 26 अप्रैल 2021

चैत्री पूर्णिमा यानी 27 अप्रैल को हनुमान जन्मोत्सव है। हनुमानजी संकटों, पीड़ाओं, रोगों से मुक्ति देने वाले देवता हैं। वे सच्चे हृदय और सच्ची श्रद्धा से पूजन करने वाले को बड़ी से बड़ी मुश्किलों से छुड़ा लेते हैं। आइए जानते हैं कुछ ऐसे ही विशेष उपाय जो हनुमान जन्मोत्सव के दिन करें और अपने संकटों से मुक्ति पाएं।

ध्वजा अर्पण

यदि आपको कहीं विजय नहीं मिल रही। आपके सारे काम विफल हो जाते हैं। आर्थिक संकट बना हुआ है। नौकरी और व्यापार में उन्नति नहीं मिल पा रही है तो हनुमान जन्मोत्सव के दिन किसी हनुमान मंदिर के शिखर पर लाल या सिंदूरी रंग की तिकोनी ध्वजा लगवाएं। इससे शीघ्र ही आपके कार्यो में उन्नति होने लगेगी।

मीठा पान

हनुमानजी को मीठा पान अत्यंत प्रिय है। जन्मोत्सव के दिन पान में कत्था, खोपरा, सौंफ, गुलाब कतरी और गुलकंद डालकर यह पान हनुमानजी को भेंट करें। फिर देखें आपके पास सुख-समृद्धि दौड़ी चली आएगी। कोई संकट आपके पास नहीं रहेगा। बल्कि प्रत्येक मंगलवार को इस तरह का पान हनुमानजी को भेंट करें। ध्यान रहे पान में उपरोक्त बताई गई पांच वस्तुएं ही हों इनके अलावा कुछ न हो। चूना, सुपारी आदि नहीं होना चाहिए।

आंकड़े के पत्तों की माला

हनुमानजी को आंकड़ों के 108 पत्तों की माला अर्पित करें। प्रत्येक पत्ते पर चंदन या अष्टगंध को पानी में घोलकर राम लिखें और पहना दें। इससे हनुमानजी प्रसन्न होंगे और आपके अनेक संकटों का नाश कर देंगे। इस प्रयोग से शत्रु परास्त होंगे और आपकी सर्वत्र रक्षा होगी।

बजरंग बाण का पाठ

कोरोना समेत अनेक रोगों की अचूक औषधि है बजरंग बाण का पाठ। हनुमान जन्मोत्सव के दिन लाल कंबल के आसन पर पूर्वाभिमुख होकर बैठें और बजरंग बाण के 11 पाठ करें। पाठ से पहले रोग विशेष की मुक्ति का संकल्प लें। अपने सामने एक पात्र में जल भरकर रखें। यह जल रोगी को पिलाते रहें। शीघ्र रोग मुक्ति होगी।

सुंदरकांड का पाठ

श्रीरामचरितमानस के सुंदरकांड अध्याय का पाठ करने से सुख-संपत्ति की प्राप्ति होती है। आर्थिक संकट दूर होता है और शीघ्र ही कर्ज मुक्ति का मार्ग खुलता है। हनुमान जन्मोत्सव के दिन मंगलवार भी है इसलिए यह विशेष अवसर है।