पंजाब में नए वाहनों के रजिस्ट्रेशन और ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने में अब लोगों को महीनों का इंतजार नहीं करना पड़ेगा। परिवहन विभाग ने एक अहम फैसला लेते हुए सभी जिलों में जिला ट्रांसपोर्ट अधिकारी (आरटीओ) के पद बहाल कर दिए हैं। परिवहन विभाग की शाखा-3 द्वारा अब नया आदेश जारी करते हुए आरटीओ की पुरानी व्यवस्था फिर बहाल कर दी है।

आरटीए के 7 पद समाप्त करते हुए, स्टेट ट्रांसपोर्ट कमिश्नर का पद बहाल कर दिया गया है, जिसके बाद आरटीए के चार पद और आरटीओ के 23
पद कायम किए गए हैं। इस तरह आरटीए के पद अब पटियाला, बठिंडा, जालंधर और फिरोजपुर जिलों में ही रहेंगे, जबकि 23 जिलों में से 8 जिलों- होशियारपुर, फिरोजपुर, संगरूर, एसएएस नगर, गुरदासपुर, कपूरथला, बरनाला, तरनतारन में ट्रांसपोर्ट विभाग के अधिकारी तैनात किए जाएंगे।

इसके अलावा अमृतसर, बठिंडा, फरीदकोट, जांलंधर, लुधियाना, पटियाला, फतेहगढ़ साहिब, मोगा, शहीद भगत सिंह नगर, फाजिल्का, मालेर कोटला, पठानकोट, मानसा और श्री मुक्तसर साहिब में पीसीएस अधिकारियों को आरटीओ के पद पर तैनात किया जाएगा।

गौरतलब है कि राज्य में 2017 में तत्कालीन सरकार ने डीटीओ के पद समाप्त करते हुए रीजनल ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी (आरटीए) का पद सृजित कर 11 सचिवों की नियुक्ति कर दी थी। प्रत्येक आरटीए के अधीन दो जिलों का काम दिया गया था और यह कॉमर्शियल वाहनों संबंधी कामकाज भी देखते थे। बाद में कुछ काम संबंधित जिलों के एसडीएम के अधीन भी कर दिए गए थे।

दो लाख लोग कर रहे डीएल व आरसी का इंतजार
राज्य सरकार ने हाल ही में उस कंपनी का ठेका रद्द कर दिया, जिसे परिवहन विभाग ने ड्राइविंग लाइसेंस (डीएल) और वाहन पंजीकरण प्रमाण पत्र (आरसी) के चिप युक्त कार्ड बनाने का काम सौंपा था। कंपनी के पास, दोनों दस्तावेजों में लगने वाले चिप की अनुपलब्धता के चलते डीएल व आरसी कार्ड का इंतजार कर रहे लोगों की संख्या 2 लाख तक पहुंच गई है।