पूर्व सांसद अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन कानपुर से विधानसभा चुनाव लड़ेंगी। जाजमऊ के खुशबू मैदान पर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन की सभा को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने यह ऐलान किया।

उन्होंने कहा कि वह टिकट लेंगी नहीं बल्कि बांटेंगी भी। शाइस्ता ने मंच पर अतीक अहमद के जेल से भेजे गए पत्र को पढ़ा जिसमें अतीक ने आरोप लगाया कि वह अखिलेश यादव की वजह से जेल में हैं। शाइस्ता ने कहा कि यह पत्र उनके पति ने प्रयागराज के लिए भेजा था। कानपुर के लिए भी पत्र आना था लेकिन आ नहीं सका। शाइस्ता ने पुत्र को अकारण फंसाने का भी आरोप लगाया और मंच पर आंसू बहाए। पत्र में अतीक ने ओवैसी को अपना नेता मानते हुए तारीफों के पुल बांधे।

एआईएमआईएम (ऑल इंडिया मजलिसे इत्तेहादुल मुस्लीमीन) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने रविवार को जाजमऊ में आयोजित सभा में सभी सियासी दलों पर जमकर हमला बोला। बड़ी संख्या में मौजूद लोगों के बीच उन्होंने कहा कि भाजपा, सपा और बसपा मुसलमानों को सिर्फ इस्तेमाल कर रही हैं।

ओवैसी ने कहा- मुसलमानों की हालत बैंड बजाने वालों जैसी हो गई है
ओवैसी ने कहा कि, इन दलों के बीच मुसलमानों की हालत बैंड बजाने वालों जैसी हो गई है, जिसकी जरूरत दूल्हे को शाही कुर्सी पर बैठाने के बाद खत्म हो जाती है। कहा कि यदि अपनी सियासी अहमियत बनानी है तो अपने (एआईएमआईएम) लिए वोट करें। ओवैसी ने कहा कि यूपी में ठाकुरों, ब्राह्मणों, यादवों, अनुसूचित जातियों का एक बड़ा नेता जरूर है, लेकिन मुसलमानों का कोई भी ऐसा नेता नहीं है, जो उनके की हक की बात करता हो।

उन्होंने सीसामऊ विधायक इरफान सोलंकी और कैंट विधायक सोहिल अंसारी का नाम लिए बगैर कहा कि यहां के मुस्लिम विधायकों ने सीएए और एनआरसी के खिलाफ कभी भी आवाज नहीं उठाई। उन्होंने कहा कि उन्हें पूरे देश में 100 ओवैसी तैयार करने हैं, जिसकी शुरुआत उत्तर प्रदेश से होगी। कहा कि जिस तरह भाजपा पूरे हिंदू समाज के वोट की बात करती है, उसी तरह से सभी मुसलमानों के वोट की बात करने वाला यूपी में कोई नहीं है।