गिलानी

एनआईए सूत्रों की मानें, तो NIA की छापेमारी में अलगाववादी नेता अल्ताफ अहमद शाह फंटूस के घर से संसद पर हमले के आरोपी अफजल गुरू का एक खत बरामद हुआ है। अफजल गुरू ने ये खत अलगाववादी नेता  को लिखा था। NIA की छापेमारी में पत्थरबाजी और टेरर फंडिंग से जुड़े कई अहम सबूत मिले थे।

आपको बता दें कि गिलानी लगातार अफजल गुरू को दिल्ली की तिहाड़ जेल से जम्मू-कश्मीर की जेल में शिफ्ट करवाने की कोशिशें कर रहे थे। गिलानी ने उस समय इस मुद्दे पर प्रेस कांफ्रेंस भी की थी।

अलगाववादी नेता नईम खान और बिट्टा कराटे के वॉइस और दोनों की लिखावट के सैंपल मंगलवार को लिए गए हैं। इसके अलावा हुर्रियत के अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी और उनके परिवार पर एनआईए का शिकंजा कसता जा रहा है।

बुधवार को गिलानी का छोटा बेटा नसीम एनआईए के सामने पेश होगा, उसे समन भेजा गया था। इससे पहले बड़े बेटे को भी पेश होना था, मगर वह तबीयत खराब होने के कारण पेश नहीं हो पाया था। एनआईए की जांच पड़ताल में गिलानी ही नहीं, उसके बेटे, दामाद भी बुरी तरह घिर गए हैं।

हुर्रियत नेता आतंक की आग में जम्मू और कश्मीर को झोंकने की बात कर रहे हैं। एऩआईए ने जब जांच पड़ताल शुरू की तो इसकी जड़ें पाकिस्तान तक पहुंची। हुर्रियत के नेताओं और उनके साथ वतन से गद्दारी करने वालों पर शिकंजा कसा तो इसकी कड़ियां भारत में पाकिस्तान के उच्चायोग तक जुड़ने लगी हैं।