भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) ने इंटरनेट स्पीड के मामले में कमाल कर दिया है। यह सरकारी कंपनी 1,000 एमबीपीएस तक की अति तेज स्पीड वाली ब्रॉडबैंड सेवाएं मुहैया कराएगी। यह डाउनलोड स्पीड नई पीढ़ी की ऑप्टिकल फाइबर आधारित टेक्नोलॉजी की बदौलत संभव होगी। संचार मंत्री मनोज सिन्हा ने शुक्रवार को बीएसएनएल के नेटवर्क पर इस टेक्नोलॉजी को लांच किया। फिलहाल यह कंपनी अपने फाइबर-टू-होम (एफटीटीएच) नेटवर्क पर 1000 एमबीपीएस तक की डाउनलोड स्पीड दे रही है।

सिन्हा ने इस मौके पर कहा कि बीएसएनएल ने नेक्स्ट जनरेशन ऑप्टिकल ट्रांसपोर्ट नेटवर्क (एनजी-ओटीएच) टेक्नोलॉजी से जुड़ी अहम परियोजना को देश के 44 शहरों में सफलतापूर्वक क्रियान्वित किया है। इनमें राज्यों की राजधानियां और प्रमुख शहर शामिल हैं। इस परियोजना के तहत कुल 100 बड़े शहरों को चालू वित्त वर्ष के दौरान चरणबद्ध तरीके से कवर किया जाएगा।

संचार मंत्री के अनुसार एनजी-ओटीएच टेक्नोलॉजी प्रोजेक्ट को तीन चरणों में क्रियान्वित किया जाएगा। इस पर कुल 330 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। बीएसएनएल के सीएमडी अनुपम श्रीवास्तव ने बताया कि इस परियोजना का मकसद कंपनी के मौजूदा ऑप्टिकल फाइबर इंफ्रास्ट्रक्चर की 10जी क्षमता को बढ़ाकर 100जी में करने का है। इसका मतलब है कि अब बैक-एंड में बीएसएनएल के पास 10 गुना ज्यादा क्षमता होगी। जल्दी ही कंपनी दस गुना ज्यादा स्पीड वाले नए प्लान लांच करेगी। इस बढ़ी हुई क्षमता से सरकारी कंपनी को लैंडलाइन, एफटीटीएच और मोबाइल सेवाओं के ग्राहकों को बनाए रखने में मदद मिलेगी। अभी बीएसएनएल फिक्स्ड लाइन ब्रॉडबैंड कनेक्शनों पर 24 मेगाबिट प्रति सेकंड (एमबीपीएस) की अधिकतम स्पीड मुहैया करा रही है।