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अवैध ट्रांसफर और पोस्टिंग रैकेट मामले में सीबीआई ने लेफ्टिनेंट कर्नल रंगनाथन सुव्रमणि मोनी को शनिवार को गिरफ्तार कर लिया है। कर्नल के अलावा बिचौलिए गौरव कोहली को भी गिरफ्तार किया है। इन्हें सेना के अधिकारियों के ट्रांस्फर में रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। सीबीआई ने कर्नल रंगनाथन सुव्रमनी मोनी को तबादले के बदले घूस लेने और उनका साथ देने के लिए बिचौलिए गौरव कोहली को गिरफ्तार किया है। दोनों के खिलाफ रविवार को FIR दर्ज की गई थी।

सीबीआई ने बताया कि ले. कर्नल पर महीनों से नजर रखी जा रही थी और उनको निजी तौर पर पैसे के बदले तबादले करने के मामले में गिरफ्तार किया गया है। सीबीआई ने कहा कि कर्नल मोनी को बंगलुरु में तैनात एक अन्य अधिकारी से घूस लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है।

ले. कर्नल मोनी 1994 से सेना में हैं और सेना मुख्यालय पर पिछले साल अगस्त से पोस्टेड हैं। गौरव कोहली के पर्सनल विभाग में कई अधिकारियों से संपर्क था। सीबीआई के अनुसार हवाला रैकेट के जरिए गौरव को पांच लाख रुपये दिए गए थे। सीबीआई का कहना है कि जांच अभी जारी है वहीं सेना ने साफ कर दिया है कि वह जांच का इंतजार कर रही हैं और सीबीआई को पूरा साथ दे रही है।

बता दें कि सीबीआई ने सेना मुख्यालय में चल रहे एक बड़े तबदला रैकेट का शुक्रवार को भंडाफोड़ किया था जिसमें कई वरिष्ठ अधिकारी शामिल बताए जा रहे थे। यह लोग रिश्वत लेकर अधिकारियों के ट्रांसफर में गड़बड़ी कर रहे थे। इस मामले में लेफ्टिनेंट कर्नल रंगनाथन सुव्रमणि मोनी, कार्मिक विभाग, सेना मुख्यालय, हैदराबाद में मौजूद एक सैन्य अधिकारी पुरषोत्तम, बेंगलुरु में मौजूद सेनाधिकारी एस सुभाष तथा कथित बिचौलिया गौरव कोहली के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। सीबीआई की प्राथमिकी में एक ब्रिगेडियर का भी नाम है।