नई दिल्ली, 27 अगस्त 2021
रवि मोहन सैनी, यह वो नाम हैं जिसे सुनकर गुजरात के अच्छे-अच्छे अपराधी कांप जाते है। मूल रूप से राजस्थान के अलवर जिले के रहने वाले रवि मोहन सैनी (IPS Ravi Mohan Saini) एक आईपीएस अधिकारी है और गुजरात के पोरबंदर में पुलिस अधीक्षक के रूप में कार्यरत हैं। लेकिन रवि मोहन सैनी की कामयाबी का परिचय यही खत्म नहीं होता।
जानिए कौन है आईपीएस रवि मोहन सैनी
रवि मोहन सैनी मूल रूप से राजस्थान के अलवर जिले के रहने वाले हैं और उनके पिता नौसेना के रिटायर्ड अफसर हैं। पिता की पोस्टिंग की वजह से उनकी स्कूली पढ़ाई आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम स्थित नौसेना पब्लिक स्कूल से हुई है। रवि मोहन एकेडमिक करियर में टॉपर रहे हैं। 12वीं के बाद रवि मोहन सैनी ने जयपुर के महात्मा गांधी मेडिकल कॉलेज में एडमिशन लिया और एमबीबीएस किया।
पिता से प्रभावित होकर चुनी आईपीएस की जॉब
एमबीबीएस के बाद इंटर्नशिप के दौरान उनका चयन सिविल सर्विस में हो गया। रवि मोहन सैनी ने एक इंटरव्यू में बताया था कि उनके पिता नेवी में थे और उनसे प्रभावित होकर ही उन्होंने आईपीएस चुना। रवि मोहन सैनी साल 2012 में पहली बार यूपीएससी की परीक्षा में शामिल हुए थे और प्रारंभिक परीक्षा को पास करने में सफल रहे। हालांकि, मुख्य परीक्षा को पास नहीं कर सके।
तीसरी बार में पास की यूपीएससी परीक्षा
रवि बताते है कि साल 2013 फिर से वो यूपीएससी में शामिल हुए और उन्हें भारतीय डाक और दूरसंचार विभाग में अकाउंट्स एंड फाइनेंस सर्विस के लिए चुना गया। इसके बाद साल 2014 में उन्होंने तीसरी बार यूपीएससी एग्जाम दिया और ऑल इंडिया में 461वीं रैंक हासिल कर आईपीएस अफसर बने। कई जिलों में रहते हुए उन्होंने कई बड़े अपराधियों को जेल भेज दिया। तो वहीं, अब उनके नाम से अच्छे-अच्छे अपराधी कांप जाते है।
10वीं में पढ़ते हुए KBC में जीते थे 1 करोड़ रुपए
साल 2001 में रवि मोहन सैनी ने 1 करोड़ रुपए ‘कौन बनेगा करोड़पति जूनियर’ (केबीसी) में जीते थे, जो वो महज 14 साल के थे। बता दें कि उस वक्त रवि मोहन सैनी 10वीं क्लास में पढ़ रहे थे और अमिताभ बच्चन द्वारा पूछे गए सभी 15 सवालों के सही जवाब दिए थे। बता दें कि वर्ष 2001 से 2004 के बीच बच्चों को इस शो में आने का मौका दिया गया, जब चैनल ने कौन बनेगा करोड़पति जूनियर शूरू किया था।





