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नई दिल्लीः मई महीने की शुरुआत के पहले ही दिन जहां गर्मी ने लोगों को बेहाल कर दिया वहीं दूसरे दिन अचानक आए भयंकर तूफान और आंधी ने सैकड़ों लोगों की जान ले ली। वहीं मौसम विभाग के अनुसार क्षेत्र में बने चक्रवाती परिसंचार तंत्र से आगामी 48 घंटों के दौरान उत्तरप्रदेश और राजस्थान के कुछ हिस्सों में फिर से धूल भरी आंधी आने का पूर्वानुमान है। मौसम विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि उनके विभाग ने पिछले दो दिनों में आंधी-तूफान की चेतावनी जारी की थी। अगले 48 घंटों के दौरान तेज हवाओं के चलने से धूल भरा अंधड़ आने की आशंका है। इससे उत्तर प्रदेश और राजस्थान के सीमावर्ती क्षेत्र विशेषकर करौली, धौलपुर जिले प्रभावित हो सकते हैं। वहीं बिहार, उत्तराखंड, दिल्ली और हरियाणा से सटे इलाकों में मौसम खराब रहने की आशंका जताई है।

भयंकर तूफान की वैज्ञानिकों ने बताई ये वजह
मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक एक वेस्टर्न डिस्टर्बेंस जम्मू-कश्मीर के ऊपर बना हुआ था और दिल्ली में दवाब कम था जिसकी वजह से बंगाल की खाड़ी से आ रही हवाओं और वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के बीच टकराव हुआ, और उसने भंयकर तूफान का रूप ले लिया। वहीं मौसम विभाग को तूफान की कोई जानकारी नहीं थी जिस वजह से उनके कामकाज पर सवाल खड़े हो रहे हैं।

दरअसल विभाग ने जो रिपोर्ट दी थी उसके मुताबिक 1 मई से 4 मई के दौरान पूर्वी भारत और उत्तर-पूर्वी भारत में तूफान की स्थिति बनने की बात कही गई थी लेकिन इस अनुमान में राजस्थान समेत उत्तर भारत में किसी तरह के रेतीले तूफान और बारिश की बात नहीं कही गई थी। हालांकि एक निजी मौसम एजेंसी स्काईमेट ने उत्तर भारत में आंधी की आशंका जाहिर की थी। लेकिन मौसम विभाग की रिपोर्ट को ही सही माना गया। अगर मौसम विभाग इसकी सही जानकारी देता तो वो नहीं होता जो हुआ है।