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इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (EVMs) में छेड़छाड़ के आरोपों को देखते हुए चुनाव आयोग ने आज एक खास कार्यक्रम में ईवीएम और वीवीपीएटी का डेमो दिया। EC ने जुड़ी सारी आशंकाओं के निपटारे के लिए आयोग ने मशीनों के काम करने के तरीके को दिखाया।
चुनाव आयोग ने EVM हैक करने की चुनौती दी है। इसके लिए EC ने 3 जून की तारीख तय की है, हर राजनीतिक दल को हैकिंग के लिए चार घंटे का वक्त दिया जाएगा। चुनौती के लिए राजनीतिक प्रतिनिधि पांच राज्यों की चार EVM को चुन सकते हैं।
चुनाव आयोग ने बताया कि VVPAT से मतदाता को दिखेगा की वोट किसे गया. EVM के साथ VVPAT के इस्तेमाल से सभी शंकाएं और फैलाये गए भ्रम दूर हो जाएंगे। मुख्य चुनाव आयुक्त नसीम जैदी ने कहा कि पांच राज्यों में चुनाव के बाद EVM को लेकर शंकाएं उठाई गईं, पर किसी भी पार्टी ने अब तक वोटिंग मशीन से छेड़छाड़ का कोई ठोस सबूत या मेटेरियल नहीं दिया है। अगले साल के अंत तक आयोग को सभी VVPAT तैयार मिलेगी। VVPAT पर्चियों की गिनती पर भी आयोग विचार करेगा।
नसीम जैदी ने कहा कि ईवीएम को हैक करना संभव नहीं है। ईवीएम पूरी तरह सुरक्षित है। ईवीएम की हर माइक्रोचिप के साथ आइडेंटिफिकेशन नंबर होता है, जो कोई अधिकारी तक को पता नहीं रहता। ईवीएम को लेकर कड़े सुरक्षा नियम हैं। ईवीएम का सॉफ्टरवेयर कोड इनहाउस लिखा जाता है। ईवीएम बनाते वक्त भी उसे हैक नहीं किया जा सकता। भिंड और महाराष्ट्र में ईवीएम में गड़बड़ी की गलत खबर फैलाई गई है।
मुख्य चुनाव आयुक्त नसीम जैदी ने बीती 12 मई को इस मुद्दे पर बुलाई सर्वदलीय बैठक के बाद ईवीएम में गड़बड़ी किए जा सकने के दावे को सही साबित करने की चुनौती देने की घोषणा की थी।
अधिकारी ने बताया कि आयोग द्वारा सभी सात राष्ट्रीय दल और 48 राज्य स्तरीय दलों को खुली चुनौती में हिस्सा लेने के लिए बुलाया गया। इसके लिए आयोग चुनौती में शामिल होने के इच्छुक दल को हाल ही में सम्पन्न हुए पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के किसी भी मतदान केंद्र की मशीन के साथ छेड़छाड़ करने का ऑप्शन चुनने के लिए एक हफ्ते का समय भी देगा। वहीं, चुनौती स्वीकार करने वाले हर राजनीतिक दल को मशीन में गड़बड़ी करने का अपना दावा सही साबित करने के लिए अलग-अलग मौका दिया जाएगा।
बता दें कि पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी के शानदार प्रदर्शन के बाद से ईवीएम पर राजनीतिक दल लगातार ही सवाल खड़े कर रहे थे। जिसके बाद अब चुनाव आयोग ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके इन सवालों के जवाब दिए हैं।
बहुजन समाज पार्टी और आम आदमी पार्टी ने प्रमुख रूप से ईवीएम का मुद्दा उठाया था। इस मशीन में गड़बड़ी के मामले पर दिल्ली विधानसभा की एक दिन की कार्यवाही के दौरान पार्टी विधायक सौरभ भारद्वाज ने ईवीएम से वोटिंग की पूरी प्रक्रिया को करके दिखाया।