evm

आम आदमी पार्टी को भेजे अपने जवाब में आयोग ने साफ किया कि 3 जून को ईवीएम हैक करके दिखाने का न्योता ‘ओपन हैकाथन’ नहीं है। आयोग का कहना है कि ये ईवीएम के सुरक्षा मानकों को मजबूत बनाने की कवायद है ना कि ईवीएम को हैक करने का मुकाबला।

आयोग के अनुसार पार्टियों के नुमाइंदों को तकनीकी विशेषज्ञों की मौजूदगी में बैलेट और कंट्रोल यूनिट्स के साथ मशीनों को परखने की इजाजत होगी। लेकिन इन मशीनों के मदरबोर्ड में बदलाव या फिर इन्हें अपने साथ ले जाने नहीं दिया जाएगा। आयोग ने साफ किया है कि सियासी पार्टियों को ईवीएम हैक करने की चुनौती कुछ शर्तों के दायरे में दी गई है। दूसरी ओर, कांग्रेस ने धौलपुर और भिंड के चुनावों में ईवीएम के साथ छेड़छाड़ होने का आरोप लगाया था। चुनाव आयोग ने कांग्रेस के इस दावे को भी खारिज किया है।

12 मई को आयोजित सर्वदलीय बैठक में चुनाव आयोग ने सियासी पार्टियों को ईवीएम हैक करके दिखाने की चुनौती दी थी। इसके लिए 3 जून की तारीख राखी गयी है। लेकिन आम आदमी पार्टी चाहती थी कि उसे मशीन में मनचाहा बदलाव करने की छूट मिले। साथ ही पार्टी ने औजार और सॉफ्टवेयर की जानकारी भी आयोग से ही मांगी थी।