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सामाजिक कार्यकर्ता के.एन गोविंदाचार्य ने सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दाखिल की है। यह याचिका रोहिंग्या मुसलमानों को लेकर है। याचिका में कहा गया है कि रोहिंग्या मुसलमान राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा हैं।

रोहिंग्या मुसलमान राष्ट्रीय संसाधन पर बोझ के साथ-साथ राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा भी हैं। के एन गोविंदाचार्य ने उस याचिका का विरोध किया है जिसमें भारत में अवैध रूप से रह रहे रोहिंग्या मुसलमानों को म्यांमार वापस भेजने के केंद्र सरकार के फैसले को चुनौती दी गई है। गोविंदाचार्य ने कहा कि देश में रह रहे रोहिंग्या मुसलमान की पहचान कर इन्हें वापस भेज दिया जाए।

चेन्नई के एक समूह ‘इंडिक कलेक्टिव’ ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर कहा, रोहिंग्या मुसलमान ‘इस्लामिक आतंक’ का चेहरा है और रोहिंग्या मुसलमान को भारत में रहने की इजाजत देना अशांति, हंगामा और दुर्दशा को आमंत्रित करने के समान हैं।

इंडिक कलेक्टिव ने अपनी याचिका में कहा है कि वह सुप्रीम कोर्ट को यह बताना चाहता है कि रोहिंग्य मुसलमान को भारत में रहने की इजाजत देने से क्या खतरा है इस लिए रोहिंग्य मुसलमानों से संबंधित मामले में उन्हें भी सुना जाए। अर्जी में रोहिंग्या मुसलमानों से संबंधित मामले में दखल देने इजाजत मांगी गई है।

गौरतलब है कि म्यांमार ने रोहिंग्या मुसलमान को नागरिकता देने से इनकार कर दिया था जिसके बाद म्यांमार में हिंसा करने केबाद रोहिंग्या मुसलमान भारत भागकर आ गए है और जम्मू- कश्मीर, हैदराबाद, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली-एनसीआर आदि जगहों पर अवैध रूप से रह रहे हैं।