उसेन बोल्ट

दुनिया के महानतम ऐथलीटों में शुमार जमैका के धावक उसेन बोल्ट का गोल्डन विदाई का सपना धरा का धरा रह गया। बोल्ट जमैका की 4 गुना 100 मीटर की टीम में शामिल थे। बोल्ट वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप की रेस से चोटिल होकर रेस से बाहर हो गए। इससे पहले एथलेटिक्स चैंपियनशिप में रविवार को बोल्ट नाकामयाब रहे थे।

उन्हें आखिरी लैप में दौड़ लगानी थी। उनकी टीम के 3 धावकों ने अपना लैप पूरा किया लेकिन अंतिन लैप में बोल्ट कुछ दूर दौड़ने के बाद चोटिल हो गए और मैदान पर गिर गए। इस स्पर्धा का गोल्ड मेजबान ग्रेट ब्रिटेन की टीम को मिला। अमेरिकी रिले टीम ने सिल्वर और जापान ने ब्रॉन्ज मेडल जीता।

30 वर्षीय बोल्ट ने जब बैटन थामी तो उनके आगे दो प्रतिस्पर्धी थे। बोल्ट ने उनसे आगे निकलने के लिए जोर लगाया लेकिन वह ऐसा नहीं कर पाए। थोड़ी दूर दौड़ने के बाद ही वह बाईं टांग की मांसपेशियों में चोट के कारण अचानक रुक गए। वह लड़खड़ाने लगे और कुछ देर में जमीन पर गिर गए।

11 वर्ल्ड और 8 बार के ओलंपिक गोल्ड मेडल विजेता बोल्ट अपनी टीम के साथ आखिरी लैप में रेस के लिए तैयार थे। जमैका के तीन धावकों ने अपना काम 300 मीटर तक पूरा कर दिया था, लेकिन अंतिम दौर में बोल्ट चोटिल होकर मैदान पर गिर पड़े और रेस पूरी नहीं कर सके।

बोल्ट नीचे गिरे हुए थे। उनके लिए वीलचेयर लाई गई लेकिन उन्होंने इस पर बैठने से इनकार कर दिया। दुनिया के सर्वकालिक सबसे तेज इनसान ने अपनी टीम के साथियों के कंधे का सहारा लेकर आखिरी 30 मीटर लड़खड़ाते हुए पूरे किए।

जमैका की टीम के धावक मैकलॉड ने कहा, ‘वह लगातार हमसे माफी मांगे जा रहे थे लेकिन हमने उनसे कहा कि ऐसा करने की कोई जरूरत नहीं है।’ उन्होंने कहा कि उसेन बोल्ट का नाम हमेशा जिंदा रहेगा।’