मुंबई, 11 अप्रैल 2021

सोशल मीड‍िया में एक वीड‍ियो वायरल हो रहा है ज‍िसमें पश्चिम बंगाल चुनाव में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) का प्रचार करने के लिए गई सांसद और एक्‍ट्रेस जया बच्चन ने रोडशो के दौरान एक फैन को धक्‍का दे द‍िया, जब वो सेल्फी लेने की कोशिश कर रहा था।

ये पहला वाकया नहीं है क‍ि जब जया बच्‍चन ने सार्वजान‍िक तौर पर अपना गुस्‍सा दिखाया हो। पिछले कई मौकों पर भीड़ में जया को आपा खोते हुए देखा गया है। बॉलीवुड इंडस्‍ट्री के अलावा राजनीतिक गलियारों में भी उनके गुस्से की चर्चा होती रहती है। फिलहाल अभी जया बच्चन का जो वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, इसे देखने वाले हर शख्‍स के द‍िमाग में एक ही सवाल उठ रहा है क‍ि आखिर जया बच्‍चन को इतना गुस्‍सा क्‍यों आता है? इसी बात को लेकर उनकी बेटी श्वेता और बेटे अभिषेक ने एक टीवी शो के इंटरव्‍यू के दौरान एक खुलासा किया था क‍ि जया बच्‍चन को क्‍लॉस्‍टेरोफोबिया नामक बीमारी है। आइए जानते है इस बीमारी के बारे में?

क्‍या है क्‍लॉस्‍टेरोफोबिया ? क्‍लॉस्‍टेरोफोबिया एक तरह का डर है, एक तरह का एंग्जाइटी डिसऑर्डर है, जो किसी भी इंसान को हो सकता है। एक अध्ययन से पता चला है कि दुनिया की 10 फीसदी आबादी गंभीर क्लॉस्ट्रोफोबिया से पीड़ित है। इनमें से केवल कुछ लोगों को ही इसका इलाज मिल पाता है। क्लॉस्ट्रोफोबिया शब्द ग्रीक शब्द से बना है, जिसका अर्थ है एक बंद जगह। क्लॉस्ट्रोफोबिया सबसे आम मनोरोगों में से एक है।

कई बार तो उसे गुस्सा आता है या फिर वो बेहोश भी हो सकता है। ऐसी अवस्था अक्सर लोगों को बाज़ार में, भीड़-भाड़ वाली जगह, वाहन में या लिफ्ट और बंद जगह में महसूस होती है। इस बीमारी से पीड़ित इंसान को बंद जगहों पर या छोटी जगह पर जाने से घुटन महसूस होती है। कुछ लोगों पर ये डर इतना ज्यादा हावी होता है कि उन्हें हर तंग जगह से डर लगता है। उन्हें ऐसा महसूस होता है, कि इस जगह पर उनकी सांसें चलनी बंद हो जाएंगी।

क्लॉस्ट्रोफोबिया के लक्षण: डर के साथ कंपकंपी लगना सांस लेने में तकलीफ महसूस होना, ऐसा महसूस होना की जैसे सांसे रुक रही हैं। सीने के पास कसाव या जकड़न होना धड़कनों का तेज चलना जी मचलाना सिर दर्द और चक्कर आना

क्लेस्ट्रोफोबिया का इलाज आमतौर पर क्लेस्ट्रोफोबिया का इलाज मनोचिकित्सा द्वारा किया जाता है। विभिन्न प्रकार की परामर्श आपको अपने डर को दूर करने में मदद करता है। अगर आपको क्लेस्ट्रोफोबिया की शिकायत है तो आपको इस सिलसिले में अपने डॉक्टर से बात करनी चाहिए कि कौन सी थेरेपी आपके लिए सबसे अच्छा काम करेगी।

करन जौहर के शो में किया था खुलासा कुछ साल पहले करन जौहर के चैट शो ‘कॉफी विद करन’ में श्वेता और अभिषेक बच्चन ने बताया था कि उनकी मां को क्लॉस्टेरोफोबिया नाम की बीमारी है। ये एक ऐसी मानसिक स्थिति है, जिसमें इंसान अचानक भीड़ को देखकर परेशान हो जाता है। श्वेता के मुताबिक, जया बच्चन को भीड़ देखकर परेशानी होती है। उन्हें यह बिल्कुल पसंद नहीं कि कोई धक्का दे या फिर टच करे। इसके अलावा कैमरे का फ्लैश आंखों में पड़ने से भी उन्हें परेशानी होती है। यहां तक की अभिषेक ने बताया था कि वो अक्सर मां जया के जाने के बाद ही मीडिया के सामने से गुज़रते हैं। क्लॉस्ट्रोफोबिया के लिए उपचार मुख्य रूप से चिकित्साविधान आधारित है। इस बीमारी का ईलाज करने के लिए संज्ञानात्मक स्वभावजन्य थेरेपी (सीबीटी) का प्रयोग किया जाता है ।