पीरियड्स

महिलाओं के मासिक धर्म को लेकर लोगों को कई भ्रांतियां हैं। यदि आप भी अपने उन खास दिनों में बुझी हुई चिड़चिड़ी सी रहती हैं। आप किसी से बात करना तो दूर, एक जगह से दूसरी जगह उठकर भी नहीं जाना चाहती हैं, तो ये खबर आपके लिए है।

पीरियड्स के दौरान महिलाएं शारीरिक और मानसिक कई बदलाव से होकर गुजरती हैं। इस समय शरीर में होने वाले हार्मोनल चेंज के समय महिलाओं को शरीर की साफ-सफाई को लेकर कई सावधानी बरतनी चाहिए। ऐसा न करने पर वो इनफर्टिलिटी जैसी गंभीर बीमारी का भी शिकार हो सकती हैं।

इन्फेक्शन का खतरा-
पीरियड्स के दौरान महिलाओं को हमेशा सेनेट्री पैड या फिर साफ कपड़े का ही इस्तेमाल करना चाहिए। दिन में कम से कम दो बार सेनेट्री पैड जरूर बदलें। यदि कपड़ा इस्तेमाल कर रही हैं, तो उसे दोबारा उपयोग में न लाएं। इस दौरान साफ-सफाई न रखने पर आपको इन्फेक्शन का खतरा बना रहता है।

मां बनने में दिक्कत
पीरियड्स के दौरान स्वच्छता नहीं रखने से पीआईडी और बच्चेदानी की नली के अंदरूनी भाग को छति पहुंचती है। इसकी वजह से महिलाओं को मां बनने में कई दिक्कतें हो सकती हैं। यदि आपके मन में पीरियड्स को लेकर किसी भी तरह का कोई संदेह हो तो उसके लिए आप किसी स्त्री रोग चिकित्सक से संर्पक कर सकती हैं।

तनाव की अधिकता-
तनाव से उपजने वाले हॉर्मोन्स का एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन पर सीधा असर पड़ता है और मासिक धर्म के दौरान रक्तस्राव में अनियमितता हो जाती है, इसलिए इस समय लड़कियों को तनाव लेने से बचना चाहिए। समाज में एक अंध विश्वास व्याप्त है कि इस दौरान लड़कियां अपवित्र हो जाती हैं। जबकि हकीकत में ये सिर्फ महिलाओं के शरीर में होने वाले हार्मोनल चेंज की वजह से होता है। महिलाओं को इस दौरान रोज नहाना चाहिए, उचित आहार लेना चाहिए। इसके साथ ही अपने रोजमर्रा के हर काम भी बाकी दिनों की तरह ही करने चाहिए।

पीरियड्स के दौरान लें ऐसा आहार-
– आपने दिन की शुरुआत हमेशा 2-3 गिलास पानी पीकर करें। इस दौरान पूरे दिन में 8-10 गिलास पानी जरूर पिएं। पानी से शरीर के टॉक्सिंस निकल जाते हैं और इससे आप फिट रहती हैं।
– रागी, जई, हरी पत्ती वाली सब्जियों और स्किम्ड मिल्क उत्पादों का सेवन नियमित रूप से किया जाना चाहिए।
– तली, डिब्बाबंद, चिप्स, केक, बिस्कुट और मीठे पेय आदि अधिक न लें। सही मासिक धर्म के लिए स्वस्थ भोजन का चयन बहुत जरूरी है।