हरिद्वार, 6 सितम्बर 2021

गुरु को धरती पर भगवान का दर्जा दिया जाता है. कहा जाता है कि वह शिक्षक ही होता है, जो बच्चों का भविष्य उज्जवल बनाता है. ऐसी ही एक विदेशी मूल की शिक्षिका तारा मां ऋषिकेश में गरीब तबके से आने वालीं बच्चियों को शिक्षा दे रही हैं. यहां बच्चे पढ़ाई के साथ-साथ डांस, योग और पेंटिंग आदि सीखते हैं.

बच्चों के बीच तारा मां के नाम से पहचान बनाने वालीं तरणी साउथ अमेरिका से हैं और पिछले डेढ़ साल से बच्चों की प्रतिभा को निखारने का यह काम कर रही हैं. तारा मां के साथ तीन और महिला टीचर भी हैं, जो उनकी इस पहल में सहयोग कर रही हैं. ये सभी अपने खर्च से बच्चों को शिक्षित करने का कार्य कर रही हैं.

यहां पढ़ने वाले बच्चे तारा मां को अपने परिवार का हिस्सा मानते हैं. वे कहते हैं कि इतना अच्छा उन्हें अपने स्कूल और घर में नहीं लगता, जितना यहां आकर लगता है.

यहां किराए के दो कमरों में बच्चों को शिक्षा दी जाती है. 15 बच्चों से शुरू हुई इस मुहिम से आज 70 बच्चे जुड़ चुके हैं. यहां बच्चों के कपड़ों और जरूरत की सभी चीजों का खर्च तारा मां और उनसे जुड़ी शिक्षिकाएं उठाती हैं.