नीतीश

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को प्रेस कांफ्रेंस की। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में नितीश ने महागठबंधन पर स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि इसपर कोई खतरा नहीं है। महागठबंधन पूरी तरह अटूट है।

जीएसटी के लिए संसद में उपस्थित न होने पर नितीश ने कहा कि मुझे इस इवेंट के लिए सरकार की ओर से कोई बुलावा नहीं आया था। पार्टी के दस सांसदों को न्योता था और वो गए थे। लालू की रैली पर नीतीश ने कहा कि उन्हें अनौपचारिक न्योता मिला है। औपचारिक न्योता भी मिल जाएगा।

उन्होंने कहा कि हमें वैकल्पिक एजेंडा तय करके उसे जनता के सामने रखने की जरूरत है। जनता के सामने हमें यह रखना होगा कि किस प्रकार देश को आगे ले जाएंगे।

राष्ट्रपति चुनाव पर नीतीश ने कहा कि, ‘इस मुद्दे को राजनैतिक मुद्दा बना दिया गया। इससे किसान आंदोलन का मुद्दा खत्म हो गया।’

नीतीश ने जदयू नेताओं को फटकार भी लगाई और कहा कि महागठबंधन और राजद की रैली पर कोई बयान नहीं दें। राजद की रैली में मुझे बुलावा आया तो मैं जरूर जाऊंगा। नीतीश कुमार ने एक बार फिर यह साफ किया कि 2019 के लिए वो पीएम उम्मीदवार नहीं हैं। उन्होंने एक बार फिर साफ किया कि वो राज्य की राजनीति ही करेंगे।