जेआइटी

पाकिस्‍तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की व्‍यक्‍तिगत जिंदगी के साथ उनकी सत्‍ता के लिए भी संयुक्‍त जांच दल की रिपोर्ट एक चिंताजनक खबर लेकर आयी है, जिसमें उनकी सत्‍ता की उत्‍तराधिकारी कही जाने वाले उनकी बेटी मरियम शरीफ को पनामा पेपर्स में आरोपी पाया गया है। इस रिपोर्ट के मुताबिक मरियम ने परिवार की विदेशी संपत्ति और कंपनी के बारे में जानकारी छिपाई थी। शरीफ के सत्ता से चले जाने से पाक तो नुकसान झेलेगा ही साथ ही भारत की सुरक्षा भी प्रभावित होगी।

सत्‍तारूढ़ परिवार है दोषी: जेआइटी
पनामा पेपर्स मामले की जांच कर रहे छह सदस्यीय संयुक्त जांच दल (JIT) ने सुप्रीम कोर्ट में जमा की गई अपनी रिपोर्ट में फर्जीवाडे के लिए मरियम को आरोपी बताया है। जेआइटी ने सत्तारूढ़ परिवार के खिलाफ झूठी गवाही, आय से अधिक संपत्ति बनाने का आरोप लगाया है। जेआइटी के मुताबिक 15 जून को जांचकर्ताओं के समक्ष अपनी पेशी के दौरान अधिकतर सवालों का संतोषजनक जवाब देने में शरीफ असफल रहे।

भारत पर भी होगा असर-
यदि सुप्रीम कोर्ट रिपोर्ट को लागू करने का फैसला करता है, तो अगले सप्ताह तक शरीफ को या तो पद से हटाया जा सकता है या फिर पूरी तरह निष्प्रभावी कर दिया जाएगा। ऐसे में यदि नवाज शरीफ की कुर्सी हिलती है तो इसका भारत पर भी असर देखने को मिल सकता है, खासतौर पर सुरक्षा के मामले में। भारत और पाकिस्तान के बीच अब शायद ही कोई आधिकारिक संवाद होता है। पाकिस्तान में सरकार पर जब भी संकट खड़ा होता है, तो वह कश्मीर पर फोकस बढ़ा देता है। पाकिस्तान स्थित आतंकी समूहों ने दिखाया है कि वे जम्मू-कश्मीर तक आसानी से पहुंच बना सकते हैं।

बढ़ेगी शरीफ की लोकप्रियता-
शरीफ अभी भी पाकिस्तान में लोकप्रिय नेता हैं और यदि सेना उन्हें हटाती है, तो उनकी लोकप्रियता और बढ़ेगी। अशफाक कियानी से लेकर कमर बाजवा तक नागरिकों की चुनी हुई सरकार को हटाने के पक्ष में नहीं हैं। हालांकि, यह अलग बात है कि वे देश को पर्दे के पीछे से चला रहे हैं।

आपको बता दें कि पनामा पेपर लीक में नवाज शरीफ और उनके परिवार का नाम सामने आने के बाद सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर संयुक्त जांच दल (जेआईटी) गठित किया गया था। समिति ने अपनी रिपोर्ट में शरीफ पर भ्रष्टाचार से जुड़े कई संगीन आरोप लगाए हैं। उनकी पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज) जेआईटी की रिपोर्ट को अस्वीकार कर चुकी है।