Kulbhushan Jadhav, Terrorism, Breakdown, Sentence of Death

कुलभूषण जाधव को जासूस बताकर फांसी की सजा देने के मामले में भारत लगातार इस फैसले का विरोध व पाकिस्तान की कड़ी निंदा कर रहा है। किन्तु पाकिस्तान अपने इस घटिया फैसले पर अड़ा हुआ है।

पाकिस्तान के द्वारा जाधव तक राजनयिक पहुंच की अनुमति न देने के साथ ही जाधव तक पहुंचने की भारत की 14वीं कोशिश भी असफल होती दिखाई दे रही है।

बतादें कि पाकिस्तान ने अपना रुख बरकरार रखते हुए जाधव तक राजनयिक पहुंचाने से मना कर दिया है। भारत ने पिछले एक साल में लगभग 13 से भी ज्यादा बार जाधव तक राजनयिक पहुंच बनाने की कोशिश की है, लेकिन पाकिस्तान ने अनुमति नहीं दी।

राजनाथ सिंह ने कहा कुलभूषण को छुड़ाने के लिए कुछ भी करना पड़े सरकार करेगी

पाकिस्तान सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल आसिळ गफूर कहा कि, वह इस मामले में कानून के मुताबिक राजनयिक पहुंच नहीं दे सकते, सेना की जिम्मेदारी है कि जाधव को सजा दी जाए क्योंकि उसने पाकिस्तान के खिलाफ भारत के लिए जासूसी की है। उन्होंने कहा कि वह भविष्य में भी इस मामले में समझौता नहीं करेंगे।

अज्ञात जगह पर रहने चला गया कुलभूषण जाधव का परिवार

बतादें कि इससे पहले सुषमा स्वराज ने कहा कि जाधव पूरे हिंदुस्तान का बेटा है, ऐसे में उसे बचाने के लिए आउट ऑफ द वे भी जाना पड़े तो सरकार जाएगी। ‘भारतीय राजनायिकों को कुलभूषण जाधव से मिलने नहीं दिया गया, वह निर्दोष हैं, उन्होंने कुछ गलत नहीं किया है। कुलभूषण के खिलाफ जासूसी करने का कोई सबूत पाकिस्तान के पास नहीं है। ”