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पंचकूला, आज यानी 25 अगस्त को यौन शोषण मामले के आरोपी गुरमीत राम रहीम पर पंचकूला सीबीआई कोर्ट अपना फैसला सुनाने वाली है। राम रहीम का काफिला कैथल से निकल चुका है और उम्मीद की जा रही है कि उनका काफिला दोपहर 2.30 बजे तक पंचकूला पहुँच सकता है। पूरा पंचकूला किले में तब्दील हो चुका है। चप्पे-चप्पे पर पुलिस की नज़र है। बीएसएफ की टुकड़ियां पूरे इलाके पर नज़र रख रही हैं। साथ ही सेना भी फ्लैग मार्च कर रही है। पंजाब और हरियाणा दोनों इलाकों की पुलिस पूरे इलाके में तैनात है। ड्रोन और हेलीकॉप्टर से सुरक्षा पर नज़र रखी जा रही है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कानून-व्‍यवस्‍था की जानकारी ली है। गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने दोनों राज्‍यों के मुख्यमंत्रियों से बात की है।

आपको बता दें कि आज यानी 25 अगस्त को साध्वी से रेप मामले में आरोपी डेरा सच्चा सौदा प्रमुख राम रहीम पर पंचकूला सीबीआई कोर्ट फैसला सुनाएगी। इस बीच हरियाणा के सिरसा में गुरुवार रात से हालात बिगड़ने की स्थिति को देखते हुए कर्फ्यू लगा दिया गया है।

पंचकूला में हजारों की संख्या में राम रहीम समर्थक पहुँच चुके हैं। हालांकि फैसला आने से पहले राम रहीम ने एक वीडियो जारी करके अपने समर्थकों से शांति बनाए रखने की अपील की है। साथ ही डेरा प्रमुख ने समर्थकों से पंचकूला न जाने की भी अपील की है।

परिस्थितियों के मद्देनज़र पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ में 72 घंटों के लिए इंटरनेट संबंधी सेवाएं बंद कर दी गईं हैं। रोडवेज ने कई रूट्स की बसें बंद कर दीं हैं साथ ही हरियाणा, पंजाब, चंडीगढ़ और राजस्थान जाने वाली करीब 72 ट्रेनों को भी रद्द कर दिया है।

हाईकोर्ट ने एक पिटीशन पर सुनवाई करते हुए डेरा समर्थकों की धमकी के मामले पर केंद्र और राज्य सरकार दोनों को फटकारा। कोर्ट ने राम रहीम के वकील से कहा, ‘डेरा समर्थकों को पंचकूला से वापसी के लिए कहा जाए।’ डेरा समर्थकों को पंचकूला छोड़ने के लिए कहा जा रहा है।

क्या है पूरा मामला

साल 2002 में बाबा गुरमीत राम रहीम पर साध्वियों के यौन शोषण के आरोप लगे थे। इसके बाद इसकी जांच हाईकोर्ट ने सीबीआई को सौंप दी थी। एक युवती ने राम रहीम पर यौन शौषण का आरोप लगाते हुए एक पत्र मीडिया, पंजाब-हरियाणा हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश, पीएम के नाम जारी किया था।

इसके बाद हरियाणा और पंजाब में खूब बवाल मचा था। हाई कोर्ट ने संज्ञान लेते हुए 24 सितंबर 2002 को सीबीआई को इस पत्र के आधार पर जांच की पूरी जिम्मेदारी सौंपी थी। सीबीआई ने जांच को पूरा कर रिपोर्ट को जुलाई 2007 में स्पेशल कोर्ट को सौंप दिया था। सीबीआई की ओर से गवाही और बहस पूरी की जा चुकी है।

डेरा प्रमुख की ओर से अपने बचाव में दो युवतियों को गवाह के तौर पर पेश करने की अर्जी दी गई थी। इसे सीबीआई के वकील की बहस के बाद खारिज कर दिया गया था।

अब इस मामले में सुनवाई और बहस पूरी हो चुकी है। अब पंचकूला की स्पेशल सीबीआई कोर्ट ने अपना फैसला सुरक्षित रख लिया है। अब अदालत इसका फैसला 25 अगस्त को सुनाएगी।