श्रीनिवासन

सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त क्रिकेट प्रशासक समिति (सीओए) ने स्टेटस रिपोर्ट दायर की है। इस रिपोर्ट में सीओए ने बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष एन. श्रीनिवासन पर पारदर्शिता में खलल डालने का आरोप लगाया है। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने एन. श्रीनिवासन और निरंजन शाह को नोटिस जारी किया है।

टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार सीओए ने आरोप लगाया है कि एन श्रीनिवासन बीसीसीआई की किसी भी राज्य एसोसिएशन के सदस्य बनने योग्य नहीं हैं फिर भी उन्होंने तमिलनाडु क्रिकेट असोसिएशन के प्रतिनिधि के तौर पर बोर्ड की एसजीएम (स्पेशल जनरल मीटिंग) में भाग लिया। श्रीनिवासन ने 70 वर्ष की उम्र सीमा पार कर ली है, जिसकी वजह से उन्हें अयोग्य कर दिया गया था। इसके बावजूद उन्होंने तमिलनाडु क्रिकेट एसोसिएशन का प्रतिनिधित्व करते हुए बोर्ड की 7 मई और 26 जून को हुई एसजीएम में हिस्सा लिया।

सुप्रीम कोर्ट इस मुद्दे को अब 24 जुलाई को फैसला लेगा। उन्होंने कहा कि तमिलनाडु क्रिकेट एसोसिएशन को बीसीसीआई की बैठक के लिए अपना प्रतिनिधि चुनने का पूरा अधिकार है।

रिपोर्ट में आगे कहा गया कि पूर्व बीसीसीआई अध्यक्ष ने बैठक का एक तिहाई वक्त खराब किया। इसके साथ ही उन्होंने अन्य लोगों को सीएओ की पारदर्शिता रेज्योल्युशन का विरोध करने के लिए भी उकसाया। उन्होंने निरंजन शाह के साथ मिलकर बैठक में अराजकता पैदा करने की कोशिश की।