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आज के समय में देखा गया है कि डिजीटल मीडियम बच्चों के जीवन का जरूरी हिस्सा बनता जा रहा है। लेकिन ये भी सच है कि इससे बच्चें का डवलपमेंट रूक जाता है। क्योंकि शुरूआती समय में बच्चे के दिमाग का विकास तेजी से होता है।

बच्चों को चुप करवाने के लिए अगर आप स्मार्टफोन देते हैं तो ये तरीका गलत है। ये आपके बच्चे की सेहत के लिए नुकसानदायक भी हो सकता है। क्योंकि यह बात कुछ दिन पहले ही हुए रिसर्च में ये बात सामने आई है।

अमेरिकी एकेडमी ऑफ पेड्रियाटिक ने स्मार्टफोन को बच्चों को देने चेतावनी जारी की है। एकेडमी के मुताबिक, बच्चों द्वारा डिजीटल मीडिया का ज्यादा इस्तेमाल उनकी नींद पर बहुत प्रभाव डालता है। ये बच्चों के विकास और बच्चे की सेहत के लिए नुकसानदायक है।

शोधकर्ताओं का ये भी कहना है कि प्‍लेन में, मेडिकल चेकअप के वक्त डिजीटल मीडिया यानि टचस्क्रीन का इस्तेमाल अच्छा भी होता है। लेकिन बच्चों को चुप कराने के लिए स्मार्टफोन देन ठीक नहीं है।

अमेरिका के मिशिगन यूनिवर्सिटी के सी. एस. मोट चिल्ड्रन हॉस्पिटल के प्रमुख लेखक जेनी रडेस्की के मुताबिक, इस तरह बच्चों को बार-बार स्मार्टफोन देने से बच्चे के इमोशंस भी कंट्रोल होते हैं जो कि बच्चे के लिए ठीक नहीं है।