भारत-अमेरिका

पिछले महीने बंगाल की खाड़ी में जापान के साथ मालाबार नौसैनिक युद्ध के बाद भारत और अमेरिका ने सितंबर में दोनों देशों के सेनाओं की संयुक्त युद्ध अभ्यास की योजना बनाई है। अमेरिका के रक्षा और राज्य के विभाग ने अपनी ज्वाइंट रिपोर्ट में कहा है कि हम भारत को एक महत्वपूर्ण क्षेत्रीय सहयोगी के रूप में देखते हैं।

भारत-अमेरिका के कूटनीतिक रिश्ते को और आगे बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व राष्‍ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की प्रतिबद्धता के बाद यह फैसला लिया गया है। पीएम मोदी और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जून में पहले से ही विस्तारित भारत-अमेरिका रणनीतिक संबंधों को और मजबूत करने का वादा किया था। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है कि एक निश्चित तौर पर कुछ आशंकाएं थीं, मगर द्विपक्षीय रक्षा और सुरक्षा सहयोग को ऊपर की ओर बढ़ाने के लिए कई बुनियादी सिद्धांत मौजूद हैं।

भारत और अमेरिका के बीच युद्ध अभ्यास 14 से 27 सितंबर को लेविस मैककॉर्ड में होगा। भारत-चीन के बीच जारी तनाव के बीच यह युद्ध अभ्यास हो रहा है। गोरखा राइफल्स के 200 से अधिक भारतीय सैनिक युद्ध अभ्यास के तहत बटालियन स्तर के क्षेत्रीय प्रशिक्षण अभ्यास में भाग लेंगे। सेना के वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक इस अभ्यास से बटालियन और कंपनी स्तर पर दोनों सेनाओं के बीच क्षमता बढ़ जाएगी। इससे भारतीय सेना को युद्ध के अभ्यास और यूएस सेना की प्रक्रियाओं को समझने में भी मदद मिलेगी।