राहुल गांधी

कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी इन दिनों अमेरिका दौरे पर हैं। राहुल वहां पर कई लोगों से मुलाकात कर रहे हैं। राहुल गांधी का कहना है कि असहिष्णुता और बेरोजगारी दो मुख्य मुद्दे हैं जो भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा और विकास के लिए गंभीर चुनौती पैदा करते हैं।

राहुल ने डेमोक्रेटिक पार्टी के प्रति थिंक टैंक सेन्टर फॉर अमेरिकन प्रोग्रेस की ओर से आयोजित भारतीय/दक्षिण एशियाई विशेषज्ञों के गोलमेज सम्मेलन में हिस्सा लिया। सीएपी प्रमुख नीरा टंडन, भारत में अमेरिका के पूर्व राजदूत रिचर्ड वर्मा और हिलेरी क्लिंटन के शीर्ष कैंपेन सलाहकार जॉन पोडेस्टा ने इस बैठक में भाग लिया।

इन सभी बैठकों में भाग लेने वालों का भी मानना है कि भारत के समक्ष सबसे महत्वपूर्ण चुनौती रोजगार और असहिष्णुता है। आम तौर पर बैठकों में भाग लेने वाले ज्यादातर लोग राहुल गांधी के ज्ञान, विचारों में स्पष्टता और सच्चाई से प्रभावित थे।

उन्होंने वाशिंगटन डीसी में उद्योगपतियों से भी मुलाकात की है। राहुल ने वाशिंगटन डीसी में सेंटर फॉर अमेरिकन प्रोगरेस द्वारा आयोजित पॉलिसी और लॉ मेकर्स से भी मुलाकात की है।

वह न्यूयॉर्क में एक कार्यक्रम के दौरान एनआरई लोगों को भी संबोधित करेंगे। राहुल का यह भाषण 20 सितंबर को न्यूयॉर्क के टाइम्स स्क्वायर के पास होटल मैरियट में होगा।