तलाक

कुंडली से किसी भी मनुष्य के वैवाहिक जीवन के बारे में जाना जा सकता है। कुंडली के अध्ययन से ये मालूम हो जाता है कि किसी व्यक्ति का वैवाहिक जीवन कैसा रहेगा और विवाह के बाद तलाक की संभावनाएं हैं या नहीं। हम तलाक की संभावनाएं बताते हैं…

(1)
कुंडली के बारहवें भाव में सप्तम भाव के स्वामी से राहु की युति हो तो तलाक हो सकता है।

(2) कुंडली के सातवें भाव में द्वादश भाव के स्वामी से राहु की युति हो तो तलाक की संभावनाएं बनती हैं।

(3) सातवें भाव में पाप ग्रह हो और चंद्र-शुक्र पाप ग्रह से पीड़ित हो तो तलाक के योग बनते हैं।

(4) कुंडली के सातवें भाव के स्वामी और बाहरवें भाव के स्वामी की युति दसवें भाव में हो तो में तलाक होता है।

(5)
पंचम भाव में सप्तम भाव के स्वामी से राहु की युति होने पर तलाक जैसी स्थितियां बनती हैं।

(6) पंचम भाव में द्वादश भाव का स्वामी हो और उसके साथ राहु की युति हो तो पति-पत्नी के बीच वाद-विवाद बहुत ज्यादा होता है।