Underground Tunnel, Explosion in Tunnel, Indian Oil Pipeline, IOC

नई दिल्ली, द्वारका में इंडियन ऑयल की अंडरग्राउंड जा रही पाइपलाइन में जोरदार धमाके के बाद 150 फुट लंबी सुरंग मिलने से सुरक्षा एजेंसियों और दिल्ली पुलिस में हड़कंप मच गया। शातिर बदमाशों ने लंबी सुरंग खोदकर पाइपलाइन में वॉल्व फिट करके पेट्रोल चोरी करने का जुगाड़ निकाल लिया था। मंगलवार देर रात तकनीकी जुगाड़ करते वक्त अचानक इसमें धमाका हो गया, जिसकी आवाज न सिर्फ करीब एक किलोमीटर तक सुनाई दी, बल्कि आसपास के मकान भी हिल गए। ब्लास्ट से लोगों ने कई तरह की आशंकाएं जताते हुए पुलिस को सूचना दे दी।

 

रात में जिले की भारी पुलिस फोर्स, बीएसएफ की टुकड़ी, बम और डॉग स्क्वॉड, कमांडो की टीमें पहुंच गईं। घटनास्थल से मुख्य आरोपी को पकड़ लिया गया जबकि उसके दो साथी फरार हो गए। द्वारका नॉर्थ थाने में एक्सप्लोसिव ऐक्ट, पेट्रोलियम ऐंड मिनरल पाइपलाइंस ऐक्ट, पब्लिक प्रॉपर्टी डैमेज समेत संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। बुधवार देर शाम तक पाइपलाइन की रिपेयिरिंग का काम चल रहा था।

पुलिस अफसरों के मुताबिक, द्वारका में सूरज विहार स्थित एनएसआईटी कॉलेज गेट के ठीक सामने सड़क की दूसरी तरफ एक 300 गज के प्लॉट में मंगलवार रात करीब साढ़े नौ बजे धमाका हुआ था। गिरफ्तार आरोपी की पहचान दरियागंज निवासी मोहम्मद तनवीर के रूप में हुई है। पूछताछ में खुलासा हुआ कि आरोपी ने करीब पांच महीने पहले इस प्लॉट को कबाड़ गोदाम और कारों के बंपर रिपेयर करने के नाम पर किराए पर लिया था। आरोपी को पता था कि यहां से करीब 10 मीटर की दूरी पर रोडसाइड ही आईओसी की पाइपलाइन जा रही है। यह पाइपलाइन पानीपत से बिजवासन आईओसी के डिपो तक जा रही है। आरोपी ने जिस ओपन प्लॉट को किराए पर लिया, वह टू साइड ओपन है। अंदर एक कमरा बना हुआ है, जिसपर टिनशेड डाला हुआ था। वहीं पर कुछ कबाड़ भी पड़ा है। साथ ही सोफे के नीचे एक सुरंग बनाई हुई थी। आरोपियों ने 3 महीने पहले से सुरंग खोदना शुरू किया था। आसपास के लोगों को इसकी भनक नहीं थी।

करीब पांच फुट चौड़ी और 10 फुट गहरी अंदर ही अंदर 150 फुट सुरंग बनाई गई। जब पाइपलाइन तक पहुंच गए, तब वहां सुराख किया। उसमें छेद करके 2 इंच का प्लास्टिक पाइप डाल दिया। अंदेशा है कि अंदर ही कैन लेकर सुरंग से होते हुए जाते थे और वहां से पेट्रोल की चोरी करके निकल आते थे। 21 जनवरी से आईओसी डिपो को कंप्यूटराइज सिस्टम में प्रेशर कम दिखाई देने लगा। आईओसी की सुरक्षा टीम पाइपलाइन में सेंध की खोजबीन कर रही थी लेकिन मंगलवार रात को हुए अचानक धमाके के बाद पूरी साजिश का खुलासा हो गया। धमाके की वजह अचानक गैस का बनना बताया जा रहा है। पुलिस आरोपियों की धरपकड़ के लिए दबिश दे रही है। पुलिस प्लॉट मालिक का पता लगा रही है, जिसने बिना वेरिफिकेशन प्लॉट किराए पर दिया था।