जोशी

सीबीआई की विशेष अदालत नेबाबरी मस्जिद केस में लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी और उमा भारती समेत सभी 12 आरोपियों को जमानत दे दी है। बाबरी मस्जिद केस में आज 12 लोगों के खिलाफ आरोप तय होने हैं। सुनवाई के दौरान आरोपियों के वकीलों ने आरोप खारिज करने की मांग की है जिसपर कोर्ट आज फैसला सुनाएगा। अदालत ने इस मांग पर फैसला सुरक्षित रखा।

सुनवाई के दौरान बचाव पक्ष के वकील ने कहा कि आरोपी विवादित ढांचे के लिए गिरने के लिए जिम्मेदार नहीं है। ये नेता भीड़ को शांत करने की कोशिश कर रहे थे। सभी आरोपियों को 20 हजार के निजी मुचलके पर जमानत मिली। सीबीआई की विशेष अदालत के बाहर ‘जय श्री राम’ के नारे भी लगे।

बीजेपी नेताओं के अलावा सीबीआई के विशेष न्यायाधीश एस के यादव ने विनय कटियार, विहिप नेता विष्णु हरि डालमिया और साध्वी ऋतंभरा से भी कोर्ट में व्यक्तिगत रूप से पेश होने को कहा है।

उमा भारती का बयान, ‘ये ऐसा ही खुला आंदोलन था जैसा इमरजेंसी के खिलाफ हुआ था। इस आंदोलन में क्या साजिश थी, मुझे नहीं पता. कोर्ट जो भी फैसला देगा मुझे मंजूर होगा।’

इस मामले में पेश होने के लिए लालकृष्ण आडवाणी दिल्ली से लखनऊ के लिए रवाना हो गए हैं। बीजेपी के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी भी लखनऊ के लिए रवाना हुए। जहां उन्होंने यूपी के सीएम योगी से मुलाकात की। जोशी, आडवाणी समेत बीजेपी के 11 नेताओं को आज कोर्ट में पेश होना है।बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने 19 अप्रैल 2017 को लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी और उमा भारती समेत कई बीजेपी नेताओं पर आपराधिक मामला चलाने का आदेश सुनाया था। सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि लखनऊ कोर्ट को 4 हफ्ते में इस मामले की सुनवाई शुरू करनी होगी। जिसके बाद 22 अप्रैल से इस मामले में रोजाना सुनवाई शुरू की गई थी और 30 मई को जोशी, आडवाणी और उमा को पेश होने का आदेश दिया गया था।