भारतीय

एंटिगुआ के सर विवियन रिचर्ड्स स्टेडियम में टीम इंडिया ने विंडीज टीम को 93 रनों से मात दे दी। भारत ने पांच वनडे मैचों की सीरीज में 2-0 की बढ़त ले ली। इस मैच में भारतीय टीम के पूर्व कप्तान विकेट कीपर बल्लेबाज महेंद्र सिंह धोनी ने शानदार बल्लेबाजी की और 78 रनो की शानदार पारी खेली। धौनी ने 79 गेंदों में चार चौके तथा दो छक्कों की मदद से 78 रनों की पारी खेली।

धौनी को उनके इसी बेहतरीन प्रदर्शन की बदौलत मैन ऑफ़ द मैच चुना गया। एक खिलाड़ी के तौर पर धोनी को 10 साल बाद यह अवॉर्ड मिला। वहीँ धोनी अपने करियर में 21वीं बार मैन ऑफ द मैच रहे। आखिरी बार धोनी ने 10 जून 2007 को एशिया इलेवन की ओर से खेलते हुए अफ्रीका इलेवन के खिलाफ यह उपलब्धि हासिल की थी। तब चेन्नई में एशिया इलेवन की जीत में उन्होंने 139 रनों का नाबाद पारी खेली थी।

एक कप्तान के तौर पर धोनी ने आखिरी बार अक्टूबर 2015 में द. अफ्रीका के खिलाफ मैन ऑफ द मैच मिला था। इंदौर में खेले गए उस वनडे में धोनी ने नाबाद 92 रन बनाए थे। भारत ने वह मुकाबला 22 रनों से जीता था।

वेस्टइंडीज के खिलाफ इस वनडे मैच में कई रिकॉर्ड बने। रविचंद्रन अश्विन 150 वनडे विकेट लेने वाले पहले भारतीय गेंदबाज बन गए हैं। अश्विन ने आखिरी ओवर में मिगुल कुमिन्स को आउट कर यह कीर्तिमान हासिल किया। अश्विन ने अपने 111वें मैच में यह कारनामा किया। लेकिन अश्विन अपने पूर्व कोच अनिल कुंबले के रेकॉर्ड् को नहीं तोड़ पाए। अनिल कुंबले ने महज 106 वनडे मैचों में ही 150 विकेट ले लिए थे।

धोनी वनडे क्रिकेट में 200 छक्के मारने वाले पहले भारतीय बल्लेबाज बन गए हैं। वेस्टइंडीज के खिलाफ तीसरे वनडे में धोनी ने 79 गेंदों में 78 रन ठोक डाले। धोनी ने अपनी पारी में 4 चौके और 2 गगनचुंबी छक्के लगाए।

तीन सालों में पहली बार दो स्पिनरों (कुलदीप यादव, अश्विन) ने एक ही वनडे मे 3-3 विकेट निकाले। इससे पहले 2014 में अफगानिस्तान के खिलाफ रवींद्र जडेजा और अश्विन ने ऐसा किया था।