Indian Army

साल 2015 के बाद इंडियन आर्मी ने एक बार फिर म्यांमार के उग्रवादी संगठन को सबक सिखाया है। सेना ने म्यांमार बॉर्डर पर खापलांग गुट के शिविरों को निशाना बनाया है। सेना की तरफ से कहा गया है कि इसमें कई आतंकी मारे गए हैं। गौरतलब है कि सेना ने इसके पूर्व भी म्यांमार और पाकिस्तान में सर्जिकल स्ट्राइक की थी। दो दिन पहले ही सेना प्रमुख ने कहा था कि भारत अपनी सीमा में घुसपैठ करने वालों को ढाई फुट जमीन में दफ़न कर देगा।

सेना ने आतंकी शिविरों को तबाह किया-

आपको बता दें कि भारतीय सेना ने 10 जून 2015 को भारतीय सेना ने म्यांमार पर सर्जिकल स्ट्राइक किया था। वहीँ एक बार फी से भारतीय सेना के जाबांज कमांडो ने आज सुबह लगभग 5 बजे म्यांमार पर सर्जिकल स्ट्राइक किया। जिसमे भरिये सेना ने म्यांमार बॉर्डर पर सर्जिकल स्ट्राइक कर कई सारे आतंकियों को मार गिराया है। वहीँ NSCN (खापलांग) गुट के आतंकी शिविर थे। आपको बता दें कि भारतीय सेना के ईस्टर्न कमांड ने इस ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ पुष्टि की है। उनके मुताबिक ये ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ इंडो-म्यांमार बॉर्डर पर की गई है। जिसके तहत सेना का यह ऑपरेशन असम-नागालैंड बॉर्डर के पास हुआ। म्यांमार के लांगखू गाँव में सेना ने सर्जिकल स्ट्राइक ऑपरेशन में कई उग्रवादी मार गिराए। वहीँ सबसे बड़ी बात ये है कि ऑपरेशन में भारतीय जवानों को कोई नुकसान नहीं हुआ है।