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उत्तर प्रदेश में एक और घोटाले का आरोप है लगा है कि पूर्व IAS अफसर और PCS अफसरों ने घोटाला किया। कहा जा रहा है कि अफसरों ने मिलकर 20 करोड़ रुपये का घोटाला किया।

मामला दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे के भूमि अधिग्रहण का बताया जा रहा है। IAS अफसर ने नोटिफिकेशन के बाद जमीन परिजनों के नाम करा दी। जबकि इसे खरीद कर सरकार को 7 गुना रेट पर बेचा गया। बेटे दीपक,बहु दिव्या को दिया 14.70 करोड़ का मुआवजा भी मिल गया। वहीँ तत्कालीन एडीएम भू-अर्जन घनश्याम सिंह पर धन का दुरुपयोग करने का आरोप भी है।

आरोप है कि बेटे के नाम जमीन खरीद के 5.82 करोड़ का मुआवजा उठाया। अमीन संतोष कुमार ने पत्नी के नाम भी ख़रीदी प्रॉपर्टी। वहीँ इलाके के अमीन संतोष कुमार ने पत्नी के नाम भी ख़रीदी प्रॉपर्टी। पूर्व आईएएस संतोष कुमार के रिश्तेदार बताए जा रहे हैं। पूर्व डीएम की अध्यक्षता में इस मामले की जाँच हुई है। गठित जांच कमेटी ने मेरठ कमिश्नर को जांच रिपोर्ट भेजी है।

गाजियाबाद में तैनात रहे 2 पूर्व डीएम ने पूरे मामले को दबाने की कोशिश की। दोनों पूर्व डीएम ने जांच रिपोर्ट को दबाए रखा था। कमेटी की जांच रिपोर्ट में बड़ा खुलासा हुआ है। इसमें 150 से 200 करोड़ का राजस्व का नुकसान हुआ। अब ये

कहा जा रहा है कि फंड के दुरुपयोग की एसआईटी से जांच कराई जाए। कई अफसरों पर मुकदमे की कार्रवाई हो सकती हैं। कई बिल्डर, एजुकेशनल सोसाइटी खेल में शामिल हैं। प्रॉपर्टी डीलर और कुछ किसान भी इस खेल में शामिल हैं।