रूस के सेंट पीटर्सबर्ग में दो मेट्रो स्टेशनों में आत्मघाती हमले को अंजाम देने वाले शख्स की पहचान कर ली गई है। हमलावर की पहचान सेंट्रल एशिया नागरिक जामिल के रूप में हुई है। 23 वर्षीय जामिल अपनी पीठ पर विस्फोटक से भरा बैग लिए नजर आ रहा है। रूसी मीडिया के अनुसार अरिशेव ने पहले एक मेट्रो स्टेशन पर आईईडी विस्फोटक को प्लांट किया और फिर दूसरे मेट्रो स्टेशन में खुद को उड़ा दिया। हालांकि रूसी जांचकर्ताओं द्वारा इसकी पुष्टि नहीं की गयी है। वहीं, हमले में मारे गए लोगों की संख्या 11 पहुंच गई है और 45 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं।

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फिलहाल रूसी जांच एजेंसी मेट्रो स्टेशनों पर हुए बम धमाकों को आतंकी हमला मानकर ही जांच कर रही है। रूसी मीडिया का कहना है कि आत्मघाती हमलावर आतंकी संगठन से जुड़ा है। सीसीटीवी फुटेज की तस्वीरों में वह लाल रंग की जैकेट पहने और चश्मा लगाए नजर आ रहा है। उसकी पीठ पर विस्फोटक से भरा बैग भी दिख रहा है। इससे पहले सोशल मीडिया पर एक शख्स की तस्वीर भी वायरल हुई, जिसे हमले का संदिग्ध आतंकी बताया गया था।
हालांकि जब इसकी जानकारी उस शख्स को हुई, तो वह खुद ही थाने पहुंच गया और अपने आपको बेगुनाह बताने लगा। उसका कहना था कि इस घटना से उसका कोई लेना देना नहीं है। इसके साथ ही आतंकी हमले के दौरान इलाके में फंसे एक छात्र को सोशल मीडिया पर आतंकी हमलावर बताया गया, मगर बाद में साफ हो गया कि यह आतंकी हमला नहीं है।

हमले के पीछे आईएस के हाथ होने की आशंका

इस हमले के बाद ISIS के समर्थक सोशल मीडिया पर इसका जश्न मनाते दिख रहे हैं। रूस की ओर से सीरिया और इराक में हवाई हमले करने के चलते आईएस से जुड़े आतंकियों के निशाने पर रूस है। सेंट पीटर्सबर्ग मेट्रो स्टेशनों में हुए धमाके इतने बड़े थे कि ट्रेन के दरवाजे उड़ गए। स्थानीय मीडिया के अनुसार मेट्रो स्टेशन पर चारो ओर खून से लथपत लाशें और घायल लोग नजर आ रहे थे। धमाकों के बाद शहर के सभी मेट्रो स्टेशनों को बंद कर दिया गया था और सुरक्षा जांच बढ़ा दी गई थी। इससे पहले तुर्की में रूसी राजदूत की एक सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। हत्या के बाद वह रूस की ओर से इराक और सीरिया में हमले के खिलाफ नारे लगा रहा था। वह कह रहा था कि यदि आप हमारे लोगों को मारेंगे, तो हम भी आपको नहीं बख्सेंगे।

घटनास्थल पर नहीं गए रूसी राष्ट्रपति

मेट्रो स्टेशनों में बम धमाके के बाद रूसी राष्ट्रपति सेंट पीटर्सबर्ग पहुंच गए हैं, मगर कुछ सुरक्षा कारणों से उन्होंने घटनास्थल का दौरा नहीं किया था। उन्होंने हमले में मारे गए लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त की। उन्होंने कहा कि हमले की आतंकी एंगल से जांच हो रही है। जांच के बाद ही साफ हो पाएगा कि आखिर हमले के पीछे किसका हाथ है। इस हमले को लेकर उन्होंने उच्च अधिकारियों के साथ बैठक भी की।

2013 के बाद सबसे बड़ा हमला

रूस के वोल्गोग्राड में हुए आतंकी हमले के बाद यह दूसरा सबसे बड़ा आतंकी हमला बताया जा रहा है। वोल्गोग्राड में दो सिलसिलेवार आतंकी धमाके किए गए थे। इसमें 34 लोगों की मौत हो गई थी।