दुर्भाग्य की निशानी

अगर आप की रोजमर्रा के जीवन में कुछ अनचाही घटनाएं होने लगें तो समझ जाएं उसमें छुपे हैं दुर्भाग्य के संकेत। गरुड़ पुराण में बताया गया है आने वाली बातों को पहले कैसे जाना जा सकता है।

जिस व्यक्ति की पत्नी घर में आए दिन कलह-क्लेश मचाए रखती है समझ लेना चाहिए उसके भाग्य का द्वार कभी नहीं खुल सकता।

सुख-सुविधाओं धन-धान्य से संपन्न व्यक्ति की संतान मंदबुद्धि हो तो ये दुर्भाग्य की निशानी है।

कोई पारिवारिक सदस्य अस्वस्थ रहने लगे लाख प्रयत्न करने पर भी आराम न आए तो समझ लेना चाहिए ये पूटे भाग्य का संकेत है।

घर को जितना भी साफ कर लें फिर भी गंदगी रहती है तो समझ लें अलक्ष्मी का आगमन होने वाला है।

समाज में बार-बार अपमानित होना पड़ता है।

घर से सोने का चोरी हो जाना।

घर की महिला का बार-बार गर्भपात होना।

नमकीन प्रदार्थों में काली चींटियों का पड़ जाना।

बार-बार दूध का उबल कर जमीन पर बह जाना।

घर में अचानक से घड़ियों का चलते-चलते बंद हो जाना।

घर की पश्चिम या उत्तर-पश्चिम दिशा में सीलन आना।

घर में आए हुए अतिथियों को निराश होकर घर से चले जाना।

शुभ कार्य में घर आए हुए किन्नरों का घर से रूठ कर चले जाना।

घर के पालतू पशुओं की बेवजह या समय से पहले मृत्यु हो जाना।

घर में पड़े हुए कांच या चीनि मिट्टी के बर्तनों का बार-बार तड़क कर टूट जाना।

टॉइलेट या वाशरूम नियमित साफ करने के बावजूद भी घर में दुर्गंध का फैलना।

घर में त्यौहार पर्व या पूजा अनुष्ठान के वक्त आकस्मिक घर की महिलाओं का रजस्वला हो जाना।