up-cm-yogi-adityanath-orders-probe-into-gomti-riverfront-project

जबसे उत्तर प्रदेश में योगी सरकार बनी है तबसे माननीय मुख्य मंत्री जी बहुत ही तेजी से फैसले ले रहे हैं और उनको उस फैसले पर रिजल्ट भी जल्द ही चाहिए होता है।अब यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने गोमती रिवर फ्रंट घोटाले की जांच के आदेश दिए हैं। सीएम योगी ने डेढ़ महीने यानि सिर्फ 45 दिन में इस घोटाले की जांच रिपोर्ट मांगी है।

दरअसल, कुछ ही दिन पहले सीएम योगी लखनऊ के गोमती रिवर फ्रंट पर निरीक्षण करने पहुंचे थे। इस दौरान सीएम योगी के साथ डिप्टी सीएम और कई मंत्री भी मौजूद थे। सीएम यहां करीब 40 मिनट तक रहे, उन्होंने अधिकारियों से कहा है कि उन्हें एक-एक पैसे का हिसाब चाहिए।

गोमती रिवर फ्रंट पूर्व सीएम अखिलेश यादव का ड्रीम प्रोजेक्ट था। इसके तहत लखनऊ में गोमती नदी के किनारों पर दीवार बनाकर तटों को सुंदर बनाने का काम हो रहा है। ये प्रोजेक्ट तय वक्त से काफी पीछे चल रहा है। अब घोटाले के जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई होगी।

योगी ने रिवर फ्रंट के बजट को लेकर भी सभी विभागों के अधिकारियों से चर्चा की थी। कहा जा रहा है कि उन्होंने यूपी के मुख्य सचिव राहुल भटनागर को कुछ आदेश भी दिए थे। सीएम योगी ने अधिकारियों के साथ पूरे पार्क का चक्कर लगाया। अखिलेश कार्यकाल में 16 नवंबर 2016 को इसका लोकार्पण हुआ था। यह पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का ड्रीम प्रोजेक्ट है।

गोमती रिवर फ्रंट के बारे में जानें
रिवर फ्रंट के तहत लखनऊ शहर के अंदर गोमती नदी के दोनों तटों का सौंदर्यीकरण, साइड्स में जॉगिंग ट्रैक, बच्चों के खेलने का स्थान , स्टेडियम, फव्वारा और लाइटिंग की व्यवस्था हैं।
लखनऊ में कुड़िया घाट से लेकर लामार्टिनियर स्कूल तक 12.1 किलोमीटर का रिवरफ्रंट बना है। इसपर तीन हज़ार करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं। लन्दन के थेम्स नदी की तर्ज पर इसे बनाया जा रहा है। मार्च 2017 तक इसे पूरा होना था।