मानसून

संसद सत्र के पहले दिन राष्ट्रपति चुनाव के लिए 17 जुलाई को वोटिंग होगी और 20 जुलाई को काउंटिंग की जाएगी। बता दें कि 17 जुलाई को ही संसद का मानसून सत्र शुरू हो रहा है।

राष्ट्रपति चुना में एनडीए प्रत्याशी रामनाथ कोविंद के पक्ष में पलड़ा भारी है। आंकडो़ं की बात करें तो राष्ट्रपति चुनाव में कुल वोट के 48 फ़ीसदी वोट एनडीए के पास हैं। इनमें से 40 फ़ीसदी केवल बीजेपी का है। वहीँ छोटे-छोटे दलों को मिलाकर 14 फ़ीसदी वोट हैं।

राष्ट्रपति चुनाव में कुल वोट 10,98,903 हैं। इन वोटों में 5,49,408 सांसदों के और 5,49,495 विधायकों के वोट हैं। राष्ट्रपति चुने जाने के लिए किसी भी उम्मीदवार को 50 फ़ीसदी वोट चाहिए।

गौर तालाब है कि राष्ट्रपति पद के लिए 95 लोगों में से 93 लोगो का पर्चा रद्द हो गया है। 93 लोगों के पर्चे अलग-अलग कारणों से रद्द हो गए और केवल कोविंद और कुमार का पर्चा ही वैध पाया गया। उम्मीदवारों का नाम संसद भवन के सूचनापट्ट पर नामांकन रद्द की सूची में देखा जा सकता है। 35 लोगों का नामांकन इलेक्टोरल रोल की प्रमाणित प्रति संलग्न न होने के कारण रद्द कर दिया गया। गुरुवार को बाकियों के नामांकन 50 प्रस्तावकों और 50 द्वितीय प्रस्तावकों के नाम होने से निरस्त हो गए। राष्ट्रपति पद की दौड़ में केवल दो उम्मीदवार रामनाथ कोविंद और मीरा कुमार ही बचे रहे गए हैं। रामनाथ कोविंद और मीरा कुमार ने चार-चार सेट पर्चे भरे थे।

राष्ट्रपति चुनाव 17 जुलाई को होगा और नतीजे 20 जुलाई को होंगे। 17 जुलाई से शुरू होकर 11 अगस्त तक संसद का मानसून सत्र चलेगा।