इस्तीफा

सुकमा में नक्सली हमले में शहीद हुए सीआरपीएफ जवान रंजीत कुमार के परिवार को दिए गए मुआवजे का चेक बाउंस हो गया है। शेखपुरा के डीएम ने पांच लाख रुपये की आर्थिक सहायता का चेक परिवार को दिया था, मगर एचडीएफसी बैंक का ये चेक बाउंस हो गया है। शहीद का परिवार इससे आहत है, तो जिला प्रशासन इस मामले में बैंक की गलती होने की सफाई दे रहा है।

गौरतलब है कि रंजीत कुमार का पैतृक गांव फुलचोड़ में है। 26 साल के रंजीत कुमार छह साल पहले सीआरपीएफ में भर्ती हुए थे। उन्हें 28 अप्रैल को छुट्टी पर आना था, मगर उससे पहले ही सुकमा में हुए नकसली हमले में वे शहीद हो गए थे।

शहीद के परिवार को पांच लाख रुपये की आर्थिक सहायता की घोषणा राज्य सरकार ने की थी। शेखपुरा के डीएम ने खुद 5 लाख रुपये का चेक परिवार को सौंपा था। ये चेक कैश कराने के लिए जब अकाउंट में डाला गया, तो यह चेक बाउंस हो गया। एचडीएफसी बैंक ने डीएम द्वारा जारी किए गए इस चेक में साइन को लेकर कुछ आपत्ति उठाते हुए इसे वापस कर दिया।