छत्तीसगढ़ के सुकमा नक्सलियों के साथ मुठभेड़ में शहीद जवानों के टीम के कमांडर को निलंबित कर दिया गया है। ये कार्रवाई घटना की जांच रिपोर्ट मिलने के बाद की गई है। सुकमा में पिछले महीने 24 अप्रैल को हुए हमले में सीआरपीएफ के 25 जवान शहीद हो गए थे। जिसके बाद कंपनी कमांडर के सहायक कमांडेंट जे विश्वनाथ को नेतृत्व में कथित नाकामी के लिए निलंबित किया गया है।

जबकि 74वीं बटालियन के कमांडिंग ऑफिसर फिरोज कुजुर का तबादला राज्य के बाहर कर दिया गया है। आपको बता दें कि मारे गए 25 जवान सीआरपीएएफ की 74वीं डेल्टा कंपनी से जुड़े हुए थे। इस सभी जवानों की तैनाती नक्सल प्रभावित क्षेत्र सुकमा जिले में बुरकापाल और चिंतागुफा के बीच तैनात किया गया था।

सीआरपीएफ अधिकारियों ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि जांच में अधिकारी को पता चला है कि विश्वनाथ ही 99 सदस्यी टुकड़ी की अगुवाई कर रहे थे। उस दिन ये टुकड़ी दो हिस्सों में बट गई थी, जिसमें एक टुकड़ी पर नक्सलियों ने हमला कर दिया था। सुकमा हमले के बाद सरकार ने नकस्लियों से लोहा लेने के लिए कोबरा कंमाडों की टीम लगा दी गई है। इसके साथ में नक्सल प्रभावित जिलों में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती करने का फैसला भी लिया गया है।